भू-माफियाओं के विरोध में जिलाध्यक्ष आमरण अनशन

जौनपुर । एक तरफ जहां प्रदेश की योगी सरकार भू माफियाओं के खिलाफ अभियान चला रही है तो वहीं दूसरी तरफ जिले में भूमाफिया इस हावी है कि सरकारी आदेश के बाद भी बाउंड्री वाल गिरा दिया. इस संबंध में पीड़ित सौरभ दिवेदी द्वारा जिलाधिकारी से मिलकर अपनी बात रखते हुए प्रार्धना पत्र देते हुआ कहा कि यदि उनके प्रकरण में कोई कार्रवाई नहीं होती तो वह आमरण अनशन पर कलेक्टर परिसर में बैठेगे। जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देने के बाद भी कोई कार्यवाही न होने से क्षुब्ध पीड़ित कलेक्ट्रेट परिसर में आमरण अनशन पर बैठ गए है।जिलाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में सौरभ द्विवेदी ने बताया है कि मेरे ग्रामसभा उदयचन्दपुर चक संख्या 640 व आराजी संख्या 14974. जो भू – माफियाओं द्वारा मेरे ही जमीन पर मेरे द्वारा जमीन को न घेर देने पर जानलेवा हमला करके हमारी बनायी गयी बाउण्ड्री को गिरा दिया गया है , उसके बाद मैं थानागद्दी चैकी इंचार्ज व प्रभारी निरीक्षक केराकत कोतवाली पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी को कई बार मिलकर लिखित व मौखिक रूप से अपनी समस्या बताया लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ। तहसील प्रशासन केराकत व जिला प्रशासन द्वारा ढुलमुल रवैया अपनाने के कारण मैं आमरण अनशन पर बैठने पर विवश हूँ अगर जिला प्रशासन की ओर से भू – माफियाओं के खिलाफ उचित कार्यवाही नही की गयी अनिश्चित काल तक अपने सभी जिला पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ आमरण अनशन पर बैठने के लिए बाध्य होंगे। आमरण अनसन पर बैठे सौरभ द्विवेदी ने बताया कि भूमाफिया प्रशासन की मिलीभगत के कारण आज जनता के साथ-साथ पदाधिकारियों का भी शोषण किया जा रहा है. इसी मिलीभगत को सरकार तक पहुंचाने के लिए और सबको न्याय दिलाये जाने के लिए हम अनशन पर बैठे हैं। वर्तमान समय में जो हो रहा है उसे मेरा एक व्यक्तिगत मामला है जिसमें न्यायालय के आदेश अनुसार मैंने चकबंदी अधिकारी और पुलिस के साथ पैमाइश कराकर अपनी बाउंड्री वाल बनवाई लेकिन भूमाफिया हो और स्थानीय पुलिस प्रशासन की मिलीभगत के कारण मेरी दीवार गिरा दी गई इसको लेकर मैंने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इस दौरान हौसला बुलंद दबंगों द्वारा मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी लेकिन पुलिस को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।