बरसात से बागवानी के पौधों के खरीददारों की भीड़

जौनपुर। बरसात होने से बागवानी के पौधों की मांग में उछाल आ गया है। आम तौर पर 15 जून से मानसूनी बारिश शुरू हो जाया करती थी किन्तु इस वर्ष यह बरसात 15 जुलाई के पश्चात शुरू हुयी जिस कारण बागवानी के पौधों की बिक्री बहुत धीमी थी किन्तु 15 जुलाई के बाद बारिश के चलते इन पौधों की डिमांड में तेजी देखी जा रही है। मछलीशहर से जंघई मार्ग पर तिलौरा गांव में बागवानी के पौधों का बिजनेस करने वाले विकास गुप्ता कहते हैं कि बरसात ने उनके धन्धे की मंदी दूर कर दी है लोग अब पौधरोपण के लिए पौधे नर्सरी से ले जा रहे हैं। आपको बताते चलें कि शहरी क्षेत्रों के साथ साथ ग्रामीण इलाकों में भी लोग शहरी माडल में घर बनवा रहे हैं और घरों के आस पास सुन्दर बागवानी करवा रहे हैं जिस कारण बागवानी के पौधों की डिमांड ग्रामीण इलाकों में भी बढ़ रही है। लोगों की सुविधा के लिए नर्सरी पर ही गमले और जैविक खाद की भी बिक्री की जा रही है। पौधों की खरीद के लिए गांव बामी से आये रोहित तिवारी का कहना है कि पहले बागवानी के पौधों के लिए लोगों को जौनपुर की नर्सरी के चक्कर काटने पड़ते थे किन्तु स्थानीय स्तर पर नर्सरी खुल जाने से उन्हें बागवानी के पौधे आसानी से मिल जा रहे हैं।