कार्यों के प्रति दृष्टिकोण बदले समन्वय बनाएं: डीएम

चित्रकूट। जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में प्रसंव इकाइयों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, वीएचएसएनडी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सीजेरियन प्रसव, संयुक्त जिला चिकित्सालय में टेलीमेडिसिन, कायाकल्प एवार्ड योजना, आरसीएच पोर्टल पर गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन, आरसीएच पोर्टल पर बच्चों का पंजीयन, आशा व आशा संगिनी को प्रदान करने वाले प्रतिपूर्ति स्वीकृत राशि, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, परिवार नियोजन, संचारी रोग नियंत्रण अभियान, दस्तक अभियान, कोविड-19 की रोकथाम, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, कार्यरत कर्मियों के कार्य में पारदर्शिता, गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन, प्रसंव की स्थिति, उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं के चिन्हांकन, उपचार की स्थिति, एफआरयू स्टेटस, डिलीवरी स्टेटस, चाइल्ड रजिस्ट्रेशन, फैमिली प्लानिंग, आंगनवाड़ी केंद्र, सैम मैम बच्चों की प्रगति रिपोर्ट, चिन्हीत बीमार बच्चों की रिपोर्ट, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, ब्लाक वाइज एचीमेंट, कैरेक्सन एवं पेडेनेंसी, डैस बोर्ड, मंत्र एप्स में डिलीवरी की स्थिति, मातृ मृत्यु समीक्षा, कार्यरत आशाओं की स्थिति, रोगी कल्याण समिति की बैठक, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय कार्यक्रम की प्रगति समीक्षा, आयुष्मान भारत कार्ड की स्थिति आदि बिंदुओं पर चर्चा हुई। गर्भवती महिलाओं के संबंध में उन्होंने कहा कि दृष्टिकोण बदले और समन्वय बनाकर चले। प्रसव की स्थिति में उन्होंने कहा कि यह चिंताजनक बात है जो भी वर्कर है उनसे कहे की अस्पताल लाएंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि इसमें रिब्यू करते हैं। कहा कि अक्सर मीडिया में आता रहता है। ऐसा नहीं होना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को सरकार जो दलिया, चना दे रही है वह मिल रहा है कि नहीं इसमें सूची लेकर देखें। उन्होंने कहा कि डाटा ई कवच पोर्टल पर फीडिंग कराएं। क्रेशर मालिकों के यहां काम करने वाले व पत्थर की मूर्ति बनाने वाले का भी टेस्ट, इलाज कराएं। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भूपेश द्विवेदी, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार सहित संबंधित अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।