झाड़ झंखाड से पटी माइनर

कमालपुर, चन्दौली। धानापुर रजवाहे से निकली इनायतपुर माइनर खुदाई न होने से घास फूंस, झाड़, झांखाड़ से पट गई है। जुलाई को दूसरा सप्ताह भी वितने के कगार पर है। बरसात न होने से धान की रोपाई नहरों के सहारे हो गई है पर नहरों में पानी न आने से हालत काफी बद्तर हो गई है। अगर पानी सिंचाई के लिए आता भी है तो घास, फूंस, झाड़, झांखाड के वजह से नष्ट भी काफी होता है। खुदाई न होने के कारण पानी का दबाव नहर पर ज्यादा रहता है। यही नहीं टेल के गांव तक पानी नहीं पहुंच पाता। दबाव के कारण ढोडिया,नौरंगाबाद,इनायतपुर आदि गांवों के सामने प्रायः तट बंध टूट जाता है। जिससे सैकड़ों एकड़ भूमि जलमग्न हो जाती है। विदित हो कि ढोढिया,नौरंगाबाद,इनायतपुर में ईट भट्ठे की अधिकता के कारण नहर से नीचे खेत हो गए हैं। जरा सा पानी का दबाव बना नहीं की नहर टूट जाती है। इस बाबत अवर अभियंता सिंचाई हेमराज सिंह ने कहा कि कादिराबाद से टेल तक दोनों तरफ़ लाइनिंग के लिए विभाग को लिखा गया है जैसे ही धन उपलब्ध होता है कार्य शुरू करा दिया जायेगा। साथ ही भूपौली पंप कैनाल का पांचों पंप चालू है पर गंगा नदी का लेवल नीचे होने के कारण तीन पंप के बराबर ही पानी पहुंच पा रहा है।