लखनऊ। भाजपा के केंद्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के जाने के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के यूपी दौरे पर आने की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। माना जा रहा है कि एक महीने बाद यानी जुलाई में ये दोनों नेता आएंगे। इन दोनों नेताओं के दौरे के साथ ही भाजपा पूरी तरह चुनावी मोड में नजर आने लगेगी। ये जब आएंगे तो इनके पास यूपी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की कार्ययोजना का फाइनल ड्राफ्ट भी होगा। जिसके आधार पर पार्टी अपने आगे कार्य करेगी। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष तीन दिनों के प्रवास के दौरान भाजपा संगठन और सरकार दोनों के कामकाज का फीडबैक लिया। इसी के साथ वह 2022 के नजरिए से सबको लक्ष्य भी दे गए। एक-एक लोगों से व्यक्तिगत बातचीत के माध्यम से उन्होंने सबको खुलकर बोलने और अपनी बात रखने का मौका दिया। उनका फोकस सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच पहुंचाने और संगठन द्वारा तय सेवा कार्यों को और गति देने पर रहा। अब जल्द ही प्रदेश भाजपा बैठक कर उनके द्वारा दिए गए निर्देशों को पूरा करने की कार्ययोजना बनाएगी। भाजपा कार्यकर्ता अब दोगुने जोश से आगे की चुनौती का सामना करेंगे। उनके इस प्रवास कार्यक्रम को 2022 में भाजपा के चुनावी मिशन की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है। इन बैठकों को कोरोना काल में प्रदेश की भाजपा सरकार और संगठन के शीर्ष नेताओं के लिए वैक्सीनेशन डोज के रूप में देखा जा रहा है। जिससे बनने वाली एंटीबाडी 2022 में विपक्ष की चालों व हमलों को नाकाम करने का काम करेगी। भाजपा संगठन में राष्ट्रीय अध्यक्ष के बाद नंबर दो के पद राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) के पद को संभालने के बाद बीएल संतोष का लखनऊ का यह दूसरा दौरा था। इससे पूर्व एक बार वह और आए थे तब प्रदेश पदाधिकारियों के साथ सामान्य बैठक मात्र हुई थी। इस बार उनके तीन दिन के प्रवास और बैठकों तथा बातचीत के मैराथन क्रम के कई मायने निकाले जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश भाजपा की शीर्ष प्राथमिकता में है। इस प्रदेश में भाजपा की जड़ें और मजबूत करनी हैं। गौरतलब है कि फरवरी 2022 में पांच राज्य गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड तथा उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें से यूपी के चुनाव को भाजपा ने अपनी शीर्ष प्राथमिकता में रखा है।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post