पीएनबी ने पीएनबी रक्षक प्लस योजना के लिए भारतीय वायुसेना के साथ करार किया

लखनऊ । सार्वजनिक क्षेत्र में देश के अग्रणी बैंकों में से एक पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने बैंक की प्रमुख योजना पीएनबी रक्षक प्लस के तहत रक्षा कर्मियों को विशेष तौर पर तैयार किए गए उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।इस योजना में अन्य चीजों के साथ ही सैन्य बलों, केंद्रीय पुलिस सैन्य बलों, राज्य पुलिस बलों, मेट्रो पुलिस में सेवारत, सेवानिवृत्त व प्रशिक्षुओं के साथ ही सेवानिवृत्त पेंशनर रक्षा कर्मियों के लिए वैयक्तिक दुर्घटना बीमा व वायु दुर्घटना बीमा शामिल है।समझौता ज्ञापन का आदान प्रदान पीएनबी के एमडी एवं सीईओ अतुल कुमार गोयल और भारतीय वायु सेना की ओर से चीफ आफ एयर स्टाफ, एयर चीफ मार्शल विवेक राम चैधरी, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम, एडीसी के बीच दिल्ली के भारतीय वायु सेना आडीटोरियम में एक समारोह में किया गया।चीफ आफ एयर स्टाफ, एयर चीफ मार्शल विवेक राम चैधरी, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम, एडीसी ने पीएनबी के साथ जुड़ने पर कृतज्ञता ज्ञापित किया।इस गठजोड़ पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएनबी के एमडी एवं सीईओ, अतुल कुमार गोयल ने कहा “यह एक एतहासिक क्षण है जो पीएनबी परिवार को देश की सेवा का अवसर प्रदान कर रहा है। वर्तमान में पीएनबी सैन्य बलों को देश भर में फैले 120 कैंटोन्मेंट शाखाओं के जरिए सहयोग प्रदान कर रहा है। इनमें से नौ को शहीदों के सम्मान में विशेष शाखाओं के रुप में परिवर्तित किया गया जो सैन्य बलों के कर्मियों का उचित ध्यान रख रही हैं उदाहरण के लिए जालंधर में हमारी शहीद शाखा को फ्लाइंग आफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों, पीवीसी (मरणोपरांत) का नाम दिया गया है सुदूर और सामान्य पहुंच से दूर रह रहे हमारे वीर जवानों व उनके परिवारों की वित्तीय जरुरतों का ख्याल पीएनबी के देश भर में फैली शाखाएं रख रही हैं। इसके अतिरिक्त हम अपने योद्धाओं के लिए और भी एटीएम, डिजिटल व डोरस्टेप बैंकिंग सेवाएं शुरु करना चाहते हैं। यह गठजोड़ भारतीय वायुसेना और इसके वेटरन्स के बीच पीएनबी के अटूट संबंधौं को और मजबूत करेगा।“समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर समारोह में एयर मार्शल के. अनंतरामन, वीएसएम, एयर ऑफिसर इन चार्ज एडमिनिस्ट्रेशन, एयर वाइस मार्शल अशोक सैनी, वीएसएम, पीएनबी के कार्यपालक निदेशक विजय दुबे और पीएनबी के मुख्य महाप्रबंधक सुनील सोनी सहित बैंक और आईएएफ के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।