गांवों से इकट्ठा प्लास्टिक कचरा निस्तारण के लिए भेज गया अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री

सोनभद्र। जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह के नेतृत्व में सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ चल रहे जन आंदोलन “मेरा प्लास्टिक मेरी जिम्मेदारी” के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर पर बोरी टांगकर घरों से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे को उक्त बोरी में इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा गया था। जिसके क्रम में अब तक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के कुल 3 लाख घरों पर बोरियाँ लगाई जा चुकी हैं। आज 196748 घरों से कुल 49 कुंटल प्लास्टिक कचरा इकट्ठा कर इसके निस्तारण के लिए जिलाधिकारी के उपस्थिति में अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री को दिया गया।इससे पूर्व कलेक्ट्रेट गेट पर अतरिक्त सचिव, भारत सरकार/नोडल अधिकारी नीति आयोग संतोष कुमार यादव, जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह, एसपी डॉ0 यशवीर सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार के प्लास्टिक कचरे के वाहनों को हरी झंडी दिखा कर अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री के लिए रवाना किया। इस दौरान अतरिक्त सचिव, भारत सरकार/नोडल अधिकारी नीति आयोग संतोष यादव ने कहा कि यह अभियान अपने आप में एक नवीन अभियान है। इससे पर्यावरण को नुकसान होने से बचाया जा सकेगा।वहीं जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बताया कि जहाँ पूर्व में प्लास्टिक कचरे को लोग इधर उधर फेंक देते थे वहीं इस अभियान से लोगों के अंदर प्लास्टिक के कचरे को एक जगह इकट्ठा करने का व्यवहार परिवर्तन हुआ है। अब ग्राम पंचायत द्वारा एकत्रित किए गए प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के लिए आज अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री को उपलब्ध कराया गया है। जिसमें विकास खंड बभनी से 235 किलो, विकास खंड चतरा से 417 किलो, विकास खंड चोपन से 235 किलो, विकास खंड दुद्धी 325 किलो, विकास खंड घोरावल 840 किलो, विकास खंड करमा 830 किलो, विकास खंड कोन से 222 किलो, विकास खंड म्योरपुर से 866 किलो, विकास खंड नगवाँ से 408 किलो एवं विकास खंड राबट्र्सगंज से 522 किलो प्लास्टिक कचरा इकट्ठा किया गया है। इस दौरान कार्यक्रम में जिला पंचायती राज अधिकारी विशाल सिंह, अपर जिला पंचायती राज अधिकारी राजेश सिंह, जिला सूचना अधिकारी विनय सिंह, सभी विकास खंडों के सहायक विकास अधिकारी पंचायत, डीपीसी स्वच्छ भारत मिशन अनिल केशरी मौजूद रहे।