नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के गृह विभाग की 100 दिनों की कार्ययोजना में गैंगस्टर एक्ट के तहत 500 करोड़ रुपये की वसूली के सापेक्ष समय से पहले ही 844 करोड़ रुपये की वसूली हो चुकी है। यह जानकारी प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने दी। उन्होंने बताया कि सोमवार को लोक भवन स्थित गृह विभाग के कमांड सेंटर में हुई बैठक में 100 दिनों की कार्ययोजना की गहन समीक्षा के दौरान यह तथ्य भी सामने आया कि थाना स्तर पर 15 हजार टॉप-10 अपराधियों को चिह्नित कर कार्रवाई किए जाने के लक्ष्य के सापेक्ष कुल 16158 टॉप-10 अपराधी चिह्नित किए गए हैं। इनके विरुद्ध अब तक कुल 83721 मुकदमे दर्ज कराए गए हैं और 648 करोड़ रुपये की सम्पत्ति भी जब्त की जा चुकी है। कानून-व्यवस्था को और बेहतर बनाने तथा अपराधियों पर नकेल कसने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यह कार्ययोजना बनाई गई थी। इसके तहत अब 25 के बजाए 50 विभिन्न प्रकार के माफिया जैसे खनन, शराब, पशु, वन व भू-माफिया आदि को चिह्नित कर उनके विरुद्ध हुई कार्रवाई की साप्ताहिक समीक्षा की जा रही है। बैठक में बताया गया कि पांच नई बीडीडीएस टीमों तथा 10 नई एएस चेक टीम के लिए भी जनशक्ति का चिह्नांकन कर लिया गया है। देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त गिरोहों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की गई है। स्वाट की एक नई कमांडो टीम के गठन एवं उसकी ट्रेनिंग के लिए भूमि तलाश ली गई है। अयोध्या में एसटीएफ की यूनिट का भी गठन किया जा चुका है। इसके अलावा 135 कमांडो की विभिन्न पदों पर नियुक्ति भी की जा चुकी है। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सात जिलों में एसएसबी के साथ समन्वय कर मानव तस्करी की रोकथाम के लिए भी प्रभावी प्रयास किए गए हैं। यूपीएसएसएफ की तीन कंपनियां प्रशिक्षित अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मेरठ का नाम परिवर्तित कर धनसिंह गुर्जर पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय किए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) की तीन कंपनियों को कानपुर मेट्रो की सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जा चुका है तथा इस बल की एक बटालियन को नई वर्दी से भी लैस किया गया है।
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