मुंबई। भारत में खेलों के प्रति लोगों का रुझान काफी है। खेलों के प्रति लोगों की दीवानगी से भारतीय खेल कारोबार भी अब नई ऊंचाइयों को छू रहा है। इसकारण स्पोर्ट्स सेक्टर अब अरबों रुपये कारोबार वाली इंडस्ट्री बन चुकी है। रिपोर्ट में आने वाले पांच सालों में भारतीय खेल कारोबार में पांच गुना उछाल आने की संभावना जाहिर की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2027 तक भारतीय खेल कारोबार इंडस्ट्री का बिजनेस 100 अरब डॉलर का हो होगा। खेल कारोबार में खेलों के प्रसारण के मीडिया अधिकार, खेलों के लिए ड्रेसेज, स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन और उपकरण आदि शामिल हैं। उद्योग के रूप में खेल इंडस्ट्री ने 2020 में 27 बिलियन डॉलर का कारोबार किया था। चीन और जापान के बाद भारत एशिया में खेल उपकरण और अन्य सामान बनाने वाला तीसरा बड़ा देश है। मीडिया राइट्स, खेल उपकरणों और स्पोर्ट्सवियर का बिजनेस बहुत तेज गति से बढ़ रहा है। भारतीय खेल कारोबार को नई ऊंचाइयां प्रदान करने में इंडियन प्रीमियर लीग का बहुत बड़ा हाथ है। आईपीएल की दर्शक संख्या 9 मिलियन है। इस दर्शक संख्या का अच्छी तरह से व्यावसायिक उपयोग किया गया है। भारतीय स्पोर्ट्स मीडिया का साइज भी लगातार बढ़ रहा है। 2020 में स्पोर्ट्स मीडिया मार्केट का आकार केवल 1 बिलियन डॉलर था, जिसके 2027 तक 13.4 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। वैश्विक मीडिया राइट्स मार्केट आज 52.1 बिलियन डॉलर की हो चुकी है। इसमें क्रिकेट का मार्केट शेयर 2.7 से 3 फीसदी है। फुटबॉल की हिस्सेदारी 42 फीसदी है, यह मीडिया राइट्स में इसकी बादशाहत आज भी कायम है। हालांकि, 2019 में का गया था कि ग्लोबल मीडिया राइट्स मार्केट का साइज 30-31 बिलियन डॉलर ही है। भारत में स्पोर्ट्स इंडस्ट्री लगातार बढ़ रही है। इसकी ग्रोथ रेट भी काफी अच्छी है। हालांकि देश में खेलों के लिए मूलभूत ढांचे में कमी, खेल उपकरणों और आयोजनों पर भारी टैक्स और पैसे तथा प्रबंधन का अभाव इस सेक्टर की प्रमुख चुनौतियां हैं, जो इसके विकास में आड़े आ रही हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन और जापान के बाद भारत एशिया में भारत खेलों के सामान और उपकरणों का सबसे बड़ा निर्माता है। खेल से संबंधित सामान के बाजार का आकार भारत में 2020 में 4.5 बिलियन डॉलर का था जो 2027 तक 6.6 बिलियन डॉलर का होगा। इसके अलावा भारत खेल परिधान बाजार भी तेजी से विकास कर रहा है और इसके वर्ष 2027 तक 14 बिलियन डॉलर के होने का अनुमान रिपोर्ट में लगाया गया है। 2020 में परिधान बिजनेस 14 बिलियन डॉलर रहा था।