नई दिल्ली। 2 सालों के बाद अमरनाथ यात्रा इस साल होने वाली है। 30 जून से अमरनाथ यात्रा की शुरुआत होगी जो कि 11 अगस्त तक चलेगी। अमरनाथ यात्रा को श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाने के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन लगातार कई बड़े फैसले ले रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर से अमरनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं का उद्घाटन किया है। हेलीकॉप्टर सेवा के जरिए कोई भी श्रद्धालुओं एक दिन में ही यात्रा से वापस लौट सकता है। इस मौके पर मनोज सिन्हा ने कहा कि कई लोग हैं जो एक दिन में ही यात्रा करके वापस लौटना चाहते हैं उनके लिए ये काफी महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बहुत सारे लोग हैं, जो दिल्ली से आना पसंद करते हैं और उसी दिन वापस चले जाते हैं। यह सेवा उनके काम आएगी। हमें नकली बुकिंग लेने वालों पर ध्यान देने की जरूरत है। हमारी सेवाओं का दुरूपयोग नहीं होना चाहिए।वहीं, श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ नीतीश्वर कुमार ने बताया कि इस बार हम श्रीनगर से नीलग्रथ और श्रीनगर से नुनवान कैंप तक दोनों तरफ की सेवा हेलीकॉप्टर की सेवा शुरू कर रहे हैं। इससे यात्री एक दिन में दर्शन करके लौट सकते हैं। इसके लिए मूल्यों की सूची भी जारी कर दी गई है। श्रीनगर से पंचतरणि वाया नीलग्रथ आना और जाना 29000 रुपये का है। जबकि एक ओर का 14500 है।वहीं श्रीनगर से पहलगाम के रास्ते पंचतरणी का किराया आने और जाने का 30000 रुपये है, जबकि एक तरफ का 15000 है। श्रीनगर से नीलग्रथ के आने जाने का किराया 23400 है, जबकि एक तरफ से किराया 11700 है। वहीं श्रीनगर से पहलगाम के लिए आने और जाने का किराया 21600 रुपये होगा, जबकि एक तरफ का किराया 10800 होगा। नीलग्रथ से पंचतरणि के लिए आने और जाने का किराया 5600 होगा जबकि एक तरफ का किराया 2800 होगा। वही पहलगाम और पंचतरणी के बीच आने और जाने का किराया 8400 का होगा जबकि एक तरफ का किराया 4200 होगा। इसके पहले ज्येष्ठ पूर्णिमा के मौके पर अमरनाथ की पवित्र गुफा में वैदिक मंत्रोच्चार और हर-हर महादेव के जयघोष के बीच प्रथम पूजा भी की गई। इस दौरान बाबा बर्फानी पूरे आकार में विराजमान नजर भी आ रहे हैं। प्रथम पूजा को ही अमरनाथ यात्रा का पारंपरिक शुरुआत माना जाता है। यह यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से संचालित हो इसके लिए भगवान शिव का आशीर्वाद लिया जाता है। गुफा में श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार ने अधिकारियों के साथ विधिवत पूजा अर्चना की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि भगवान शिव के भक्तों के लिए सुरक्षित और परेशानी मुक्त यात्रा बनाने का प्रबंध प्रशासन की ओर से लगातार किया जा रहा है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार आवाजाही और आवास क्षमता में बढ़ोतरी कर दी गई है।
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