सेंसेक्स 1200 अंक से अ‎धिक ‎गिरकर खुला

मुंबई। वैश्विक बाजारों में गिरावट और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते सेंसेक्स सप्ताह के पहले कारोबारी ‎दिन सोमवार को शुरुआती कारोबार में 1,394 अंक से अधिक टूट गया, जबकि निफ्टी गिरकर 15,800 के करीब आ गया।इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक जैसे बड़े शेयरों में कमजोरी का असर भी घरेलू शेयर बाजारों पर असर पड़ा। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक 1,394.17 अंक गिरकर 52,909.27 पर आ गया, जबकि निफ्टी 399.55 अंक गिरकर 15,802.25 पर था। सेंसेक्स से सभी 30 शेयर लाल निशान में थे। बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा और इंडसइंड बैंक गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 1,016.84 अंक की गिरावट के साथ 54,303.44 पर बंद हुआ था, जबकि व्यापक एनएसई निफ्टी 276.30 अंक या 1.68 प्रतिशत गिरकर 16,201.80 पर आ गया। अन्य एशियाई बाजारों में सोल, तोक्यो, हांगकांग और शंघाई के बाजार मध्य सत्र के सौदों में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिका में शेयर बाजार शुक्रवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड 1.37 फीसदी गिरकर 120.31 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 3,973.95 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।महंगाई के आंकड़ों के बाद अमेरिका के शेयर बाजार शुक्रवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए थे। अनुमान था कि इसका असर दूसरे बाजारों पर भी देखने को मिलेगा। आज वही इफेक्ट भारतीय बाजारों में रिफ्लेक्ट हो रहा है।शुक्रवार को अमेरिका में इंफ्लेशन यानी महंगाई के आंकड़े आए थे। महंगाई ने अमेरिका में 40 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। डाउ जोन्स शुक्रवार को 880 अंक, नैस्डेक 414 अंक गिर कर बंद हुए थे। सोमवार को दुनियाभर के शेयर मार्केट में गिरावट देखने को मिल रही है। घरेलू स्तर पर रुपए में गिरावट, कच्चे तेल की ऊंची कीमतें और लगातार विदेशी निवेशकों की बिकवाली प्रमुख नकारात्मक कारण हैं जो बाजार को नीचे ला रहे हैं। बाजार पिछले एक महीने से एक दायरे में फंसा हुआ है। कारोबा‎रियों का कहना है ‎कि यह तब तक जारी रहने की उम्मीद है जब तक दोनों तरफ से कोई स्पष्ट दिशा नहीं निकल जाती।