समिति ने मझौलीराज स्थित कान्हा गौशाला की जाँच रिपोर्ट सौंपी

देवरिया।सलेमपुर तहसील के मझौली राज स्थित कान्हा गौशाला में मानक व गुणवत्ता की जांच के लिए बनी त्रिसदस्यीय समिति ने अपनी आख्या जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह को सौंप दी है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम गुँजन द्विवेदी की अध्यक्षता वाली जाँच समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि गौशाला में कराए गए कार्य निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के अनरूप नहीं पाए गए हैं। रिपोर्ट में कार्यदायी संस्था सीएनडीएस के अधिकारी एके सिंह, कर्मचारी वेदप्रकाश सिंह, अधिशासी अधिकारी मझौलीराज पंकज कुमार एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पीएन सिंह को दोषपूर्ण कार्य के लिए उत्तरदायी माना गया है।जांच दल ने घटिया गुणवत्ता के कार्य एवं पर्यवेक्षण कार्य में बरती गई लापरवाही व शिथिलता के विरुद्ध सक्षम स्तर से दोषी अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की संस्तुति की है। साथ ही गैरमानक एवं असंतोषजनक निर्माण कार्य करने वाले फर्म मेसर्स आदि शक्ति कंस्ट्रक्शन तथा मेसर्स सुरेश यादव को ब्लैक लिस्ट करने, जमानत धनराशि जब्त करने तथा निर्माण कार्य में आर्थिक क्षति का आंकलन कर वसूली करने की सिफारिश भी की गई है। 
जाँच रिपोर्ट के अनुसार अधिशासी अधिकारी मझौलीराज पंकज कुमार तथा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पीएन सिंह द्वारा पर्यवेक्षण/निरीक्षण कार्य उचित तरीके से नहीं किया गया और शासकीय कार्यों में लापरवाही बरती गई।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जाँच रिपोर्ट की संस्तुतियों के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। शासन की भ्रष्टाचार के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के अनुरूप ही सख्त निर्णय लिए जाएंगे। शासकीय धन की बन्दरबांट करने वालों को किसी भी कीमत पर बख़्शा नहीं जाएगा।भ्रष्टाचार से हुई आर्थिक क्षति की वसूली भी कराई जाएगीउल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने 21 मई को उक्त गौशाला का औचक निरीक्षण किया था और निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गहरी नाराजगी जताई थी। डीएम ने एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुँजन द्विवेदी की अगुवाई में अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड-2 दुर्गेश गर्ग एवं अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण सेवा अबरार अहमद का त्रिदस्यीय जाँचदल का गठन किया था।