व्यक्तित्व विकास के लिए अंग्रेजी का ज्ञान आवष्यक

जौनपुर। रेनेसेन्सरू ऐन इंस्टिट्यूट ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज ऐंड लिटरेचर, एवं राज कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में इंग्लिश लैंग्वेज लर्निंग शीर्षक पर निःशुल्क एक माह तक चलने वाले वर्कशॉप का उद्घाटन मुख्य अतिथि लोक सेवा आयोग के सदस्य प्रोफ़ेसर आर.एन. त्रिपाठी ने किया। अध्यक्षता प्रो. अजय कुमार दुबे प्रोफेसर ने किया। त्रिपाठी ने छात्र-छात्राओं को कैरियर निर्माण एवं जीवन निर्माण की सीख देते हुए पर्यावरण एवं पृथ्वी के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि हम जितनी अधिक भाषाएं सीखेंगे हमारा व्यक्तित्व उतना ही बहुआयामी होगा। उन्होंने कहा कि आज इंग्लिश इंटरनेशनल लैंग्वेज है बिना अंग्रेजी के हम दुनिया से नहीं जुड़ सकते हैं और न ही रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम संयोजक डॉ0 कुँवर शेखर गुप्ता ने कार्यशाला को पूरे एक महीने निःशुल्क चलाने के अपने उद्देस्य को बताते हुए कहा कि आज हर किसी की समस्या है अंग्रेजी। कान्वेंट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे तो किसी तरह इस समस्या से निकल जाते हैं लेकिन हिंदी मीडियम के बच्चे जो कि इतनी मोटी फीस नही वहन कर सकते हैं उन्हें जीवन भर तमाम समस्याओं का सामना करना होता है, उनके पास सारा ज्ञान होने के बावजूद केवल अंग्रेजी भाषा का ज्ञान न होने कारण अपने सपने को त्यागना पड़ता है। किसी तबके के विद्यार्थी के लिए अंग्रेजी समस्या न बने इसलिए पूरे एक महीने तक यह कार्यशाला निःशुल्क रूप से चलता रहेगा और इसमें हर क्लास का विद्यार्थी शामिल हो सकता है। डॉक्टर अखिलेश्वर शुक्ला ने अंग्रेजी को व्यक्तित्व निर्माण में बेहद उपयोगी बताया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर शंभू राम ने अंग्रेजी के तकनीकी पहलुओं की व्याख्या करते हुए जीवन और कैरियर में इसके योगदान पर छात्रों से चर्चा की। डॉ0 मनोज वत्स, सत्य प्रकाश गुप्ता संदीप पाण्डेय , डॉ अनामिका सिंह, डॉ सुधा सिंह, डॉ अखिलेश, श्री धर्मवीर सिंह, डॉ विमल कुमार, पवन प्रजापति तथा छात्र- छात्रायें आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ लाल साहब यादव ने किया।