बहराइच। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रविवार को विज्ञान भवन में ग्लोबल कॉल फॉर आइडियाज एंड पेपर्स लॉन्च के अवसर पर आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम का जिला सूचना विज्ञान केन्द्र के वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम में सजीव प्रसारण किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र, जिला विद्यालय निरीक्षक डाॅ चन्द्रपाल, प्रधानाचार्य आजाद इण्टर कालेज मनोज कुमार पाण्डेय, चिकित्साधिकारी डाॅ पीयूष नायक, एनआईसी सहायक संदीप द्विवेदी सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन हो या ‘वेस्ट टू वेल्थ’ से जुड़े कार्यक्रम, शहरों में आधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट संयंत्रों का निर्माण या सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति का अभियान या नमामि गंगे के तहत गंगा स्वच्छता का अभियान, पर्यावरण रक्षा के लिए भारत के प्रयास बहुआयामी रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत ने सीडीआरआई और सोलर गठबंधन के निर्माण का नेतृत्व किया है। पिछले साल हमने यह भी संकल्प लिया था कि भारत 2070 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करेगा। श्री मोदी ने कहा कि आज की चुनौतियों का प्राकृतिक खेती सबसे बड़ा समाधान है। उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि गंगा किनारे बसे गांवों को प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए विशाल कॉरिडोर बनाएंगे। इससे हमारे खेत तो रसायन मुक्त होंगे ही, साथ ही नमामि गंगे अभियान को भी नया बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत में पर्यावरण रक्षा के लिए नवाचार व पर्यावरणीय प्रौद्योगिकी पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है। पीएम मोदी ने बताया भारत ने पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को तय समय से पांच महीने पहले ही हासिल कर लिया। इस उपलब्धि का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 2014 में भारत में सिर्फ डेढ़ प्रतिशत इथेनॉल का पेट्रोल में मिश्रण होता था।
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