अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर के गर्भगृह के निर्माणकार्य का शुभारंभ करते हुए कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा।योगी ने राममंदिर के गर्भगृह के शिलापूजन हेतु आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के मुख्य यजमान के रूप में निर्माणकार्य का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लगभग पांच सौ वर्ष की लंबी लड़ाई और संघर्ष के बाद श्रीरामलला मंदिर निर्माण का स्वप्न साकार हो रहा है। यह सदियों के संघर्ष का परिणाम है।मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह से पूरी क्षमता के साथ मंदिर निर्माण कार्य में योगदान करने एवं निर्माणकार्य से जुड़ी टीम से शीघ्र निर्माण पूरा करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा “वह दिन दूर नहीं जब श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या धाम में बन कर देश और दुनिया के सभी सनातन हिन्दू धर्मावलम्बियों की आस्था का प्रतीक बनेगा। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा।”योगी ने कहा कि सभी संत-महात्माओं, आम जनमानस श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ट्रस्ट के सदस्यगण आदि को मिलकर निर्माण कार्य में सहयोग करना है। उन्होंने कहा कि नवंबर 2019 में उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के पश्चात यहां मार्च 2020 में फाइबर मंदिर में श्रीरामलला की अस्थायी की स्थापना की गयी। तत्पश्चात् देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा रामलला मंदिर के लिए पांच अगस्त 2020 को भूमि पूजन किया गया। तबसे मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। उसी का परिणाम है कि मंदिर की नींव बन चुकी है तथा आज संतों के साथ मंदिर के गर्भगृह में शिलापूजन का पावन कार्य संपन्न हुआ। यह भावी पीढ़ियों के लिये गर्व का विषय है।योगी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर भारत की आस्था को सम्मान देने के साथ-साथ भारत की एकात्मकता का प्रतीक होगा। उन्होंने निर्माण कार्य से जुड़ी संस्थाओं का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पौने दो वर्ष के अंदर बहुत तेजी से कार्य को आगे बढ़ाया गया है। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन पूजन किया इसके बाद श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन पूजन किया।
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