बांदा।महिला उत्पीड़न सहित जनपद में बेधड़क अवैध रूप से चल रहे खनन और ओवर लोडिंग का मामला विधान सभा सत्र के पहले दिन ही गूँज गया। अधूरे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे सहित कई अन्य मुद्दे भी गूंजे। जिले के एकमात्र सपा विधायक विशंभर सिंह यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर संशोधन प्रस्ताव में ये मुद्दे उठाए।विधानसभा सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से हुई।इसी दौरान सपा विधायकों ने अभिभाषण में अपने क्षेत्रों की तमाम समस्याओं को शामिल न किए जाने पर विरोध जताया। साथ ही अभिभाषण को संशोधित करने के लिए अपने प्रस्ताव प्रस्तुत किए।बबेरू विधायक विशंभर सिंह यादव ने कहा कि बांदा जनपद में सभी खदानों में अवैध खनन और पोकलैंड मशीनों से मानक के विपरीत 20 से 25 फीट गहराई तक खनन और ओवर लोडिंग को राज्यपाल के अभिभाषण में शामिल नहीं किया गया, यह खेदजनक है। यह भी कहा कि अधूरे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को पूरा करने का उल्लेख भी नहीं है।मेडिकल कॉलेज के सभी विभागों को पूरी क्षमता से चलाने, डॉक्टरों की तैनाती, बुंदेलखंड के तालाबों, पोखरों को पर्याप्त पानी से भरने, किसानों को निजी नलकूपों में मुफ्त बिजली देने, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों का स्थायीकरण आदि को भी राज्यपाल के अभिभाषण में शामिल नहीं किया गया।सपा विधायक ने बांदा जनपद में अन्ना प्रथा को खत्म कर गोशालाओं में भूसा-चारा, पानी की व्यवस्था, जनपद की सड़कों को गड्ढा मुक्त व चौड़ीकरण, मरका और दांदौ घाट में निर्माणाधीन पुलों को पूरा करने, बांदा-बबेरू और बांदा-चिल्ला सड़कों को गड्ढा मुक्त करने, जनपद में घर-घर नल योजना में खोदवाई गई सीसी सड़कों को ठीक कराने, बबेरू क्षेत्र में 24 घंटे बिजली आपूर्ति,बांदा कृषि विश्वविद्यालय में की गई भर्तियों में एससी/ओबीसी आरक्षण खत्म करने आदि मुद्दे भी अभिभाषण में शामिल न होने पर विधायक ने खेद जताया।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post