टोक्यो/नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को समृद्धि के लिए इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (आईपीईएफ) में भाग लिया और कहा कि भारत एक समावेशी एवं लचीला इंडो-पैसिफिक आर्थिक ढांचा बनाने के लिए अमेरिका तथा अन्य भागीदारों के साथ काम करेगा।अमेरिका के नेतृत्व वाले समझौते का उद्देश्य भाग लेने वाले देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देना है और इसे इस क्षेत्र में चीन के आक्रामक विस्तार का मुकाबला करने के लिए एक कदम के रूप में देखा जा रहा है।इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और जापान के प्रधान मंत्री किशिदा फुमियो की उपस्थिति के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम समेत अन्य भागीदार देशों के नेताओं ने वर्चुअली हिस्सा लिया।
भारतीय प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा,“आईपीईएफ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में लचीलापन, स्थिरता, समावेशिता, आर्थिक विकास, निष्पक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के उद्देश्य से भाग लेने वाले देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करना चाहता है।”