मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन का मानना है कि बड़े एक्टर्स को फीमेल सेंट्रिक फिल्में करना पसंद नहीं है। फिल्म ‘शेरनी’ को लेकर चर्चा में आई ऐक्ट्रस ने कहा कि ‘ईमानदारी से कहूं तो, फीमेल सेंट्रिक फिल्मों के लिए एक्टर ढूंढना एक चुनौती है। बड़े सितारों को भूल जाइए, नए एक्टर्स को भी ये लगता है कि, ओह..हम एक महिला केंद्रित फिल्म कर रहे हैं, फिर हमारी क्या अहमियत होगी?। इसलिए, ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि, ये बदलेगा क्योंकि ये उनका नुकसान है, किसी और का नहीं। और ये सिर्फ मुझे ही नहीं, मेरी अन्य फीमेल कोस्टार को भी लगता है। मैंने उनमें से कुछ के साथ बातचीत की है और उन्हें लगता है कि हमारी फिल्मों में अभिनेताओं को लाना इतना मुश्किल नहीं होना चाहिए।’ विद्या बालन ने बताया कि मैंने स्टीरियोटाइप तोड़ने की कोशिश नहीं की। लेकिन अपनी लाइफ के एक्सपिरिएंस से खासकर एक एक्ट्रेस के तौर पर मैंने महसूस किया मैं अपने रास्ते में कोई रुकावट आने नहीं दूंगी। उन्होंने ने कहा कि ‘अगर कोई मुझे कहता है कि एक्टर के तौर पर मैं बहुत छोटी हूं, मोटी हूं, बेहद बोल्ड हूं या बेशर्म हूं या फिर बहुत समझदार हूं या जो कुछ भी हूं। मैं जैसी भी हूं खुद को बदल नहीं सकती लेकिन मैं अपना रास्ता चुन सकती हूं।’ बता दें कि विद्या इन दिनों अपनी फिल्म ‘शेरनी’ को लेकर चर्चा में हैं। ये फिल्म 18 जून को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज होने वाली है। विद्या ने अपने फिल्मी करियर में अलग-अलग तरह की भूमिकाएं निभा कर बॉलीवुड की स्टीरियोटाइप सोच को चुनौती दी है। अपनी फिल्म के कैरेक्टर में पूरी तरह से घुस जाने वाली एक्ट्रेस ने हमेशा दमदार अभिनय दिखाया है।वर्कफ्रंट की बात करें तो विद्या बालन ने 16 साल की उम्र में टीवी सीरियल ‘हम पांच’ से एक्टिंग करना शुरू कर दिया था। उन्होंने 2005 में फिल्म ‘परिणीता’ से बॉलीवुड डेब्यू किया था। इसके अलावा ‘भूल भुलैया’, ‘नो वन किल्ड जेसिका’, ‘द डर्टी पिक्चर’, ‘पा’, ‘कहानी’, ‘मिशन मंगल’ ,’तुम्हारी सुलू’, ‘शंकुंतला देवी’ जैसी अलग-अलग जॉनर की फिल्में कर हमेशा दर्शकों को चौंकाया है। अब ‘शेरनी’ में एक फॉरेस्ट ऑफिसर का रोल प्ले करती नजर आएंगी।
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