00यू-डायस डाटा फीडिंग का कार्य से समय से पूर्ण करायें शिक्षण संस्थान: डीएम

बहराइच। शैक्षिक सत्र 2021-22 के लिए यू-डायस प्लस के आंकड़ों को आनलाइन पोर्टल पर फीड कराये जाने के सम्बन्ध में बुधवार को देर शाम जिलाधिकारी डाॅ. दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि यू-डायस (एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली) है। यह 11 अंकों की एक यूनिक आईडी है। जिसमें पहले के 2 कोड राज्य, उसके बाद के 2 अंक जनपद, उसके बाद के 2 अंक ब्लॉक, उसके बाद के 3 अंक गाँव या शहर तथा अंत के 2 अंक विद्यालय को दर्शाते हैं। शिक्षा विभाग में प्रत्येक विद्यालय को यू-डायस कोड से ही पहचाना जाता है। इसके अंतर्गत डाटा कैप्चर फार्मेट (डीसीएफ) तैयार किया गया है जिसके अन्तर्गत विद्यालय से सम्बन्धित समस्त सूचनाए विद्यालय स्तर से ही भरी जाती है और फिर नामित शिक्षक, संकुल, एबीएसए द्वारा चेक करने के उपरान्त सम्बन्धित पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाता है।बीएसए श्री कुमार ने बताया कि जनपद में संचालित समस्त परिषदीय विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, राजकीय विद्यालय, मान्यता प्राप्त, अनुदानित, सीबीएसई, आईसीएसई, श्रम विभाग, केन्द्रीय विद्यालय, के.जी.बी.वी., जनजाति एवं समाज कल्याण विभाग के विद्यालय तथा मदरसा बोर्ड अन्तर्गत अलग-अलग कैटेगरी में कक्षा 01 से कक्षा 12 तक संचालित होने वाले विद्यालय जिन्हें पूर्व में यू-डायस कोड प्राप्त हो चुका है, सभी के द्वारा भरा जाना है। जिन विद्यालयों को अभी कोड नहीं प्राप्त हुआ है उन्हें वर्ष 2021-22 में सम्मिलित नहीं किया जायेगा। कुमार ने बताया कि यू-डायस कोड प्राप्त करने हेतु प्रत्येक विद्यालय को आवेदन करना पड़ता है विद्यालय द्वारा आवेदन किये जाने के उपरांत उसे यू-डायस पोर्टल पर जनपद स्तर से रजिस्टर्ड करने के बाद राज्य स्तर पर अग्रसारित करने पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा एप्रूव्ड किये जाने पर प्राप्त होता है।बीएसए कुमार ने यह भी बताया कि यू-डायस डाटा में भरी जाने वाली सूचनाओं में स्कूल का विवरण (स्थान, संरचना, प्रबंधन एवं अनुदेश का माध्यम), भौतिक सुविधाएं एवं उपकरण, शिक्षण एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ, नये दाखिले, नामांकन एवं पुनरावर्तक, बच्चों को प्रदान किये गये प्रोत्साहन एवं सुविधाएं, वार्षिक परीक्षा का परिणाम, बोर्ड परीक्षा का परिणाम, आय एवं व्यय, व्यवसायिक शिक्षा, पीजीआई एवं अन्य संकेतक, स्कूल की सुरक्षा इत्यादि से सम्बन्धित आकड़े फीड किये जायेंगे। कुमार ने यह भी बताया कि प्रत्येक वर्ष 30 सितम्बर आधार तिथि के अनुसार समस्त प्रबन्धन के विद्यालयों द्वारा स्वयं लॉगिन का प्रयोग कर यू-डायस प्लस पोर्टल पर विद्यालय की समस्त जानकारी ऑनलाइन की जाती है।बैठक के दौरान डीएम डाॅ. चन्द्र ने कहा कि यू-डायस डाटा का प्रयोग राज्य सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र के वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट का प्रस्ताव किया जाता है तथा भारत सरकार द्वारा यू-डायस डाटा के आधार पर ही अप्रूवल प्रदान किया जाता है तथा इसी डाटा के आधार पर भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा शिक्षा सम्बन्धी आंकड़े दर्शाये जाते हैं। डीएम डाॅ. चन्द्र ने जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिया कि सम्बन्धित विद्यालयों से समन्वय स्थापित कर आनलाइन डाटा की फीडिंग समय से कराये जाने का प्रयास करें तथा बीएसए को अपेक्षित सहयोग भी प्रदान करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार, अल्पसख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्रा सहित अन्य शिक्षा अधिकारी, शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधि व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।