चित्रकूट। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और अधिकारी की अकर्मण्यता के चलते जिले के शिक्षकों ने अब आरपार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। जिसकी शुरुआत मंगलवार को क्रमिक अनशन से जिलाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार मिश्र के नेतृत्व में हुई। माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के बैनर तले मंगलवार को सुबह से ही विभिन्न विद्यालयों से आए शिक्षक इस भीषण तपिश में एकत्र होकर जमकर नारेबाजी की।जिलाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि गत अगस्त और नवंबर महीने में धरना देकर ज्ञापन दिया गया था और 15 दिन के भीतर सभी समस्याओं के निस्तारण के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक ने लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही ना किए जाने से शिक्षकों में रोष व्याप्त है। एनपीएस खाताधारकों के खातों में राजकीय अंश का समायोजन नहीं हुआ। वर्षों से पदोन्नति कोटे के रिक्त पदों को भरा नहीं गया। अध्यापकों के अवशेष देयक का समय से भुगतान नहीं किया जा रहा है। वर्ष 2021 को सेवानिवृत्त शिक्षकों, कर्मचारियों के जीपीएफ के अंतिम भुगतान का ब्याज भी नहीं मिला। कहा कि अभी यह सांकेतिक धरना है। आने वाले दिनों में अन्य विभागों के कर्मचारी, संगठन भी इसमें शामिल होंगे। बावजूद इसके मांगें नहीं पूरी हुई तो जिला, मंडल और प्रदेश स्तर तक आंदोलन करने को विवश होंगें। डीआईओएस के आश्वासन पर एक सप्ताह के लिए धरना स्थगित किया गया है। इस मौके पर सूर्यभान सिंह, रघुनंदन प्रसाद सिंह, जयवीर सिंह तैनगुरिया, नंदलाल पाल, महेंद्र प्रताप सिंह, विजय कुमार नायक, शैलेश मिश्रा, कमल कुमार सोनकर, रमेश सिंह परिहार, संजय यादव आदि शिक्षक मौजूद रहे।
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