फतेहपुर। विकास भवन सभागार में शनिवार को जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे की अध्यक्षता में गठित जिला क्लस्टर सुविधा इकाई की द्वितीय समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। उन्होंने एफपीओ गठन हेतु दिए गए लक्ष्य के सापेक्ष कृषि जींस को चुनते हुए दोआबा क्षेत्र के अनुकूल गुणवत्तायुक्त कृषि उत्पाद के उत्पादन हेतु एफपीओ का गठन तत्काल कराए जाने के निर्देश दिए। 10 एफपीओ को चयन करते हुए निर्यात हेतु बायर सेलर मीट का आयोजन कराने हेतु निर्देशित किया।जिला क्लस्टर सुविधा इकाई के सदस्य/सचिव विनोद कुमार ने बताया कि कृषि निर्यात नीति 2019 के अंतर्गत शासन के संशोधनों यथा क्लस्टर का क्षेत्रफल एक विकास खंड में हो गया है। जो पहले 20-20 हेक्टेयर के निरंतरता में होना चाहिए था। परिवहन अनुदान हेतु जल मार्ग एवं वायु मार्ग से करने पर रूपया 10 प्रति किलो ग्राम हो गया है जो पहले मात्र वायु मार्ग में था। ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि कृषि उत्पादन मंडी अधिनियम (संशोधन) 2018 एवं नियमावली 2019 के प्रविधानानुसार मंडी उपस्थल, सीधी खरीद एवं निजी मंडी स्थापना निदेशक कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार विभाग से लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं। प्रदेश कृषि निर्यात नीति के तहत जिले में क्लस्टर गठन हेतु मेसर्स निंबस आर्गेनिक प्रोड्यूसर लिमिटेड द्वारा ब्लाक देवमई में 63.2 हेक्टेयर जैविक खेती से संबंधित क्लस्टर के भूमि एवं किसानों के सत्यापन का कार्य प्रगति पर चल रहा है। मे. खेत किसान प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवन द्विवेदी ने शीघ्र ही हरी मिर्च से संबंधित क्लस्टर गठित कराने का अश्वासन दिया। बैठक में कृषि उपनिदेशक राम मिलन परिहार, जिला कृषि अधिकारी बृजेश सिंह, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 राजेन्द्र सिंह, सहायक निदेशक मत्स्य सहित क्लस्टर सुविधा इकाई में नामित विभागों के प्रतिनिधि एवं एफपीओ सदस्य उपस्थित रहे।
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