सीएमओ कार्यालय में फाइलेरिया की होती हैं निःशुल्क जाचें

बांदा। फाइलेरिया से बचाव के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान की शुरुआत हुई थी। जिलों में लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए डाई एथिल कार्बामेजिन (डीईसी) व एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जा रही है। वर्चुअल माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने उद्घाटन किया था। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत लोगों को दवा खिलाने पर जोर दिया जाए। ऐसे लोग जो दवा खाने से इन्कार करें, उन्हें दवा खाने के लिए प्रेरित किया जाए। साथ ही जिन लोगों को दवा खिलाई जा रही है, उनका ब्योरा प्रतिदिन आनलाइन उपलब्ध कराया जाए। मंडल की बात करें तो महोबा, हमीरपुर, चित्रकूट व बांदा शामिल हैं। 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाओं व बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं खिलाई जा रही है। उधर जनपद की बात करें तो यहां के संबंधित विभाग की डीएमओ पूजा अहिरवार समय-समय पर लोगों को जागरूक कर रही है और सप्ताह के हर मंगलवार को समस्त फाइलेरिया स्टाफ द्वारा सीएमओ आफिस में शाम 7 बजे से लेकर रात 10 बजे तक निशुल्क जांच की जा रही है। पूजा अहिरवार ने बताया कि प्रत्येक मंगलवार को ज्यादा से ज्यादा लोग आएं और निशुल्क जांच कराएं। साथ ही जनपद के विभिन्न ब्लाक में रात्रिकालीन फाइलेरिया रक्ति पट्टिका परीक्षण किया जाता है। फाइलेरिया विभाग के अधिकारी बायलोजिस्ट भावना वर्मा, ब्रिज बिहारी फाइलेरिया नोडल डा. रवि राज सिंह, फाइलेरिया इंस्पेक्टर दिलीप सिंह, गोपाल यादव द्वारा यह भी बताया गया की अगर रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो हमारे विभाग द्वारा सारा इलाज मुफ्त किया जाएगा और इसी से संबंधित सारी सामग्री निशुल्क दी जाएगी।