बांदा। मतगणना से ठीक एक दिन पहले ईवीएम की सुरक्षा को लेकर डटे सपाइयों और पुलिस अधिकारियों के बीच कड़ी तकरार हुई थी। धक्का-मुक्की के साथ ही पत्थरबाजी का सिलसिला भी चला था। इस मामले में सोमवार को पुलिस ने पांच और सपाइयों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया। रविवार को छह सपाइयों को जेल भेजा गया था। इसके पूर्व चार सपाइयों को जेल भेजा जा चुका है। अब तक 15 सपाई सलाखों के पीछे जा चुके हैं। वीडियो आदि के माध्यम से सपाइयों की पहचान करने का सिलसिला जारी है। शहर के कोतवाली क्षेत्र के मंडी समिति में मतगणना के पहले नौ मार्च की रात ईवीएम की सुरक्षा की बात कहते हुए सपाईयों व कुछ लोगों ने अधिकारियों की गाड़ी रोककर चेक की थी, कि उसमें ईवीएम तो नहीं है। इस मामले ने बाद में हंगामा का रूप ले लिया और जमकर बहसा-बहसी का दौर चला। तकरार भी हुई। मारपीट व पत्थरबाजी करने में कोतवाली निरीक्षक राजेंद्र सिंह राजावत व बलखंडी नाका चौकी इंचार्ज राजनारायण नायक समेत तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। बाद में पुलिस ने लाठी पटककर हालात को नियंत्रित किया था। मामले में सात नामजद समेत तमाम अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जिसमें बाद में वीडियो से पहचान कर पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति समेत 29 और नामजद हुए थे। पुलिस ने विवेचना में नामजद किए गए सपाई समेत पांच आरोपित अशोक कुमार श्रीवास निवासी मोहल्ला खुटला मढ़ियानाका, अजय सिंह चौहान निवासी क्योटरा मोहल्ला, अमोल कुमार यादव संजय नगर बदौसा रोड अतर्रा, ज्ञान सिंह यादव ग्राम जसईपुर तिंदवारी व शहनवाज उर्फ शानू मोहल्ला नेता नगर बबेरू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सभी का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद जेल भेजा गया है। सपाइयों की गिरफ्तारी करने में नगर कोतवाली निरीक्षक राजेंद्र सिंह राजावत, चौकी इंचार्ज सिविल लाइन रविंद्र सिंह, चौकी इंचार्ज बलखंडी नाका राजनारायण नायक आदि शामिल रहे।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post