डॉ. बीना मोदी, अध्यक्ष, मोदी इंटरप्राइजेज को इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया पुरस्कार प्रदान किया गया

लखनऊ | मोदी एंटरप्राइजेज की अध्घ्यक्ष डॉ. बीना मोदी को इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स के 6ठे एंटरप्रेन्योर एंड लीडरशिप अवार्ड्स 2022 में श्वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडियाश् अवार्ड से सम्मानित किया गया। माननीय केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया गया।2 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाले और भारत के सबसे बड़े व्यापारिक समूह, मोदी इंटरप्राइजेज की अध्यक्ष, डॉ. बीना मोदी, प्रमुख कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया लिमिटेड की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक और इंडोफिल इंडस्ट्रीज लिमिटेड की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। उन्होंने कई सफल ब्रांड्स की स्थापना और निर्माण भी किया है, जिनमें बीना फैशन्स, स्पेशियालिटी रेस्तरां की ईगो श्रृंखला, साथ ही लग्जरी और लाइफस्टाइल बिजनेस शामिल हैं।प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्घ्त करते हुए डॉ. बीना मोदी ने कहा, ष्मैं इस सम्घ्मान से सम्मानित महसूस कर रही हूं। मुझे एक विरासत को कायम रखना है और यह मेरे बाद भी जारी रहनी चाहिए। मैं नेतृत्व में मानवतावादी अवधारणा लाना चाहती हूं और सफलता के साथ ऐसी मिसाल कायम करना चाहती हूं कि व्यवसायी इसका अनुकरण करें। हमने महामारी से बचते हुए उत्कृष्घ्ट कारोबारी परिणाम हासिल किए। मैंने अपने पति स्वर्गीय के.के. मोदी से एक सबक सीखा है, ‘लोगों पर दांव लगाना, युक्तियों पर नहीं।श् उनका मानना था कि लोग किसी उद्यम के मन और प्राण हैं, उनमें निवेश करें और वे चमत्घ्कार सर्जित करेंगे। यह हमारी विरासत है, और मैं एक कट्टर समर्थक हूं। यह वास्तव में एक परिवर्तनकारी विचार है। हम इसके प्रमाण हैं। यह पुरस्कार मेरे पास मौजूद विजन की पुष्टि हैय मैं दीर्घकालिक मूल्य स्घ्थापित करना चाहती हूं।क सफल उद्यमी और नेता के रूप में, डॉ. मोदी समूह में आधुनिकतम लोगों के प्रबंधन और मानव संसाधन अवधारणाओं को लाने के एक व्यक्तिगत विजन से प्रेरित हैं। श्री के.के. मोदी के आकस्मिक निधन के बाद अध्घ्यक्ष पद संभालने के बाद से, उन्होंने समूह को जन-उन्मुख संस्कृति के प्रति बहुआयामी दृष्टिकोण में बदला है। उन्होंने सशक्घ्त संस्कृति, प्रतिभा प्रबंधन और प्रौद्योगिकी में निवेश बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने को प्रोत्घ्साहन दिया है। हालांकि, उनका सबसे बड़ा प्रयास श्पीपल-फर्स्टश् सिद्धांत की अपनी विरासत के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता के साथ समूह को अलग करना रहा है। उनका दृढ़ विश्घ्वास है कि संगठन की ताकत उसके लोगों में निहित है। शुरू से ही उनका यह दृढ़ विश्घ्वास रहा है कि पीपल्घ्स फर्स्घ्ट के नजरिए से लिए गए सभी कठिन कारोबारी फैसले समूह को बेहतर स्थिति प्रदान करेंगे। महामारी सबसे बड़ा संकट रहा है और कंपनियां न केवल बची हैं बल्कि इस अवधि में फली-फूली हैं।अपने काम के लिए बेहद प्रतिष्ठित और सम्मानित, डॉ बीना मोदी को अतीत में वूमन इकोनॉमिक फोरम द्वारा बिजनेस एंड लीडरशिप 2018 में दशक की महिला, 2019 में प्रतिष्ठित अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया है, और 2020 में उन्हें व्यवसाय में उत्कृष्घ्टता के लिए द वूमन इकोनॉमिक फोरम 2020 में महामहिम राष्घ्ट्रपति, अब्देलफत्ताह अल सीसी, मिस्र के राष्घ्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्घ्त हुआ है। यह पुरस्कार मिस्र के महामहिम राष्घ्ट्रपति की ओर से मिस्र की राष्घ्ट्रीय महिला परिषद (एनसीडब्घ्ल्घ्यू) की अध्यक्ष डॉ. माया मोर्सी द्वारा प्रदान किया गया।