सही पोषण न मिलने से महिलाएं होती हैं एनीमिक: डा. शबाना

बांदा। राजकीय महिला डिग्री कालेज व सिफ्सा के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे यूथ फ्रेंडली क्लीनिक के तहत महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है। शनिवार को मर्दननाका के हरदौल तलैया, ऊंट मोहाल की महिलाओं को आउटरीच कैंप के माध्यम से सेहतमंद रहने के टिप्स दिए गए। साथ ही उन्हें फल, खाद्य सामग्री और कपड़े आदि भी वितरित किए गए।महिला रोग विशेषज्ञ डा. शबाना रफीक ने महिलाओं को डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों से कैसे बचा जाए आदि की जानकारी दी गई। महिलाओं को समझाया गया कि उचित पोषाहार व व्यायाम से स्वस्थ रह सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान अति जोखिम वाले प्रसव के मामलों से बचने के लिए सचेत रहें। इससे गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान से बचाया जा हो सकता है। हर गर्भवती अपना डाइट चार्ट बनवाएं और उसी के मुताबिक पोषणयुक्त आहार लें। स्वास्थ्य विभाग किशोरियों को निशुल्क आयरन की गोलियां देता है। क्लीनिक प्रभारी/प्रवक्ता डा. सबीहा रहमानी ने किशोरावस्था में होने वाले बदलाव, पोषण, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य, प्रीटेस्ट, लिंग भेद, कोविड, हिसा, नशाखोरी से बचाव, गैर संचारी रोग, माहवारी स्वच्छता आदि के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महिला परिवार की रीढ़ की हड्डी होती है। वह कमजोर हुई तो परिवार भी कमजोर हो जाता है। इसलिए महिलाओं को सशक्त बनने की जरूरत है। सामाजिक संस्था चिराग फाउंडेशन की तरफ से महिलाओं को फल, खाद्य सामग्री व कपड़े बांटे बांटे गए। पीयर एजुकेटर छात्राओं ने अहीर मोहाल व ढीमर मोहाल में सर्वे किया। इस मौके पर फांडेशन संरक्षक अकील खान, वार्ड सदस्य शब्बीर खान, मास्टर ट्रेनर ज्योति मिश्रा, यूनिक ब्यूटी पार्लर संचालक फरजाना खान, पीयर एजुकेटर सीता सोनी, स्वाति यादव, कोमल प्रजापति, विद्या अंशिका आदि उपस्थित रहीं।