नई दिल्ली। महिला मुक्केबाज निकहत जरीन ने कहा है कि अब वह तकनीकी रुप से सक्षम मुक्केबाज बन गयी है। निकहत ने एशियाई खेलों के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है जिससे उसका मनोबल बढ़ा हुआ है। ओलंपिक की टारगेट पोडियम योजना (टॉप्स) की डेवलपमेंट टीम में शामिल रहीं निकहत को उम्मीद है कि वह तुर्की में छह से 21 मई तक होने वाली महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगी। निकहत के अलावा ओलंपिक कांस्य पदकधारी मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन सहित निकहत कुल 12 भारतीय मुक्केबाज इस प्रतियोगिता में भाग लेंगी। इस प्रतियोगिता में भाग लेने से उसे राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के लिए अभ्यास का अच्छा अवसर मिलेगा। निकहत ने कहा, ‘‘मैं विश्व चैंपियनशिप को लेकर बेहद उत्साहित और आश्वस्त हूं। पिछले कुछ समय में मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है और उम्मीद करती हूं कि इसे जारी रखूंगी। मैंने इसके लिए अच्छी तैयारी की है।’’उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने प्रदर्शन का विश्लेषण किया है और उन चीजों पर काम किया है जिनमें कमी महसूस हो रही थी। विश्व चैंपियनशिप में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगी। मैंने अपने खेल में शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से सुधार किया है। मैं अब तकनीकी रूप से अधिक सक्षम मुक्केबाज हूं।’’भारतीय दल तुर्की के लिए रवाना हो गया है जहां पांच मई तक ट्रेनिंग शिविर में भाग लेना है। निहकत के अलावा तुर्की में महिला विश्व मुक्केबाजी में नीतू घंघास, अनामिका, शिक्षा, जैस्मिन, मनीषा मोन, परवीन हुड्डा, अंकुशिता बोरो, लवलीना, स्वीटी बूरा, पूजा रानी और नंदिनी भी शामिल है। खेल मंत्रालय ने टीम के ट्रेनिंग शिविर और प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 92 लाख 12 हजार रुपये स्वीकृत किए हैं।
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