लखनऊ । जब से बृजेश पाठक उप मुखयमंती बने है तबसे कोई ऐसा मौका नही होता जहा बृजेश पाठक नही पहुचते , चाहे सिविल अस्पताल का अचानक निरीक्षण हो या सीवर में उतरे सफाई कर्मी का मामला हो,या अमीनाबाद में आग लगने का मामला हो ब्रेजेश पाठक मौके पर पहुचे रहते है।बृजेश पाठक की यह काम करने की शैली लोगो को भा रही है। तेज तर्रार बृजेश पाठक का यह रूप आज भी देखने को मिला जब वह अचानक मेडिकल कालेज जा पहुचे और आम लोगो की तरह अस्पताल का जायजा लिया।यूपी के डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक मंगलवार को अचानक से किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी(केजीएमयू) पहुंचे। केजीएमयू में चिकित्सकीय सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान वे इमरजेंसी के अलावा में व्च्क् में गए। वहां पर मरीजों से बात कर उनका हाल-चाल जाना। मौके पर मौजूद अफसरों से कहा कि अस्पताल आने वाले सभी मरीजों पर ध्यान दें। किसी भी मरीज को कोई असुविधा नही होनी चाहिए।इससे पहले 31 मार्च को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने लखनऊ के सिविल अस्पताल का निरक्षण किया था। वहां पर व्हील चेयर न मिलने के कारण बीमार पिता को गोद मे उठाती बेटी की फोटो आई थी। उसका संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल पहुंचे थे।इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद अस्पताल के निदेशक डॉ. आनंद ओझा से व्हील चेयर और स्ट्रेचर दिखाने को कहा था। सामने पड़ी 3 व्हील चेयर को देख डिप्टी सीएम ने खुद अपने हाथों से उनकी बदहाल स्थिति को निदेशक को दिखाते हुए इसे तुरंत सही करने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएम के निरक्षण के 3 घंटे के भीतर ही सिविल अस्पताल की इमरजेंसी के सामने नई स्ट्रेचर व व्हील चेयर लगा दी गई थी।
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