आग लगने पर कर्मियों से मांगें स्पष्टीकरण: डीएम

चित्रकूट। जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के सभागार में गेहूं खरीद, पीएम स्वनिधि योजना, कोविड वैक्सीनेशन, पेयजल, स्कूल चलो अभियान, नीति आयोग के अंतर्गत निर्माण कार्यों, फॉरेस्ट फायर की दैनिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई।जिलाधिकारी ने प्रभागीय वनाधिकारी आरके दीक्षित को निर्देशित किया कि कर्मचारी ही आग लगाने में सम्मिलित हैं उन पर कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी यहां नहीं शहरों में रहते हैं। इन्हें कहें कि जंगलों की निगरानी करें। उन्होंने कहा कि आग दो प्रकार से लगती है। एक मानवजनित व एक दुर्घटना से होती है। जिसमें मानवजनित आग सबसे ज्यादा हो रही है। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी छुट्टी लिए हैं उनको रद्द करें। उन्होंने कहा कि जून तक रक्षा करनी होती है। जैसे बच्चों की देखभाल होती है उसी तरह पेड़ों की भी करें। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में आग लगती है वहा के कर्मचारीयों से स्पष्टीकरण मांगा जाए। जहां अतिसंवेदनशील है वहां पर ड्यूटी लगाएं। उन्होंने कहा कि द्वितीय ’संचारी रोग’ नियंत्रण कार्यक्रम चल रहा है। उन्होंने कहा कि बैनर, पोस्टर सभी जगह लगाकर प्रचार प्रसार कराएं। फोटोग्राफ भी एक ग्रुप बनाकर उसमें भेजें। नगर विकास विभाग के अधिकारियों को उन्होंने निर्देशित किया कि नालियों की सफाई, समस्त रुकी हुई नालियों को चिन्हित करें। जलभराव वाले स्थानों पर एंटी लारवा दवा का छिड़काएं। जितने हैंडपंप खराब है उसे लाल रंग से चिन्हित करें, शहरी क्षेत्रों में कार्य योजना बनाकर फागिंग कराएं। कर्वी, मानिकपुर, राजापुर, मऊ नगर में सफाई की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए। बाल विकास पुष्टाहार विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का प्रशिक्षण दें। उन्होंने पशुपालन विभाग से स्वच्छता, गौशाला की सफाई, वैक्सीनेशन, सूअर बाडो की सफाई, कीटनाशक छिड़काव, मच्छर रोधी जाली ढकने को प्रशिक्षित किए जाएं। उन्होंने शिक्षा विभाग को कहा कि बच्चों में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूलों में संचारी रोगों का पोस्टर, पेंटिंग, निबंध प्रतियोगिता कराई जाए। दस्तक अभियान के अंतर्गत उन्होंने कहा कि 15 से 30 अप्रैल तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा। 12 से 14 वर्ष के बच्चों को वैक्सीनेशन अधिक से अधिक कराएं। इस पर मीटिंग भी करा लें। ’मिशन इंद्रधनुष’ के अंतर्गत उन्होंने कहा कि सबसे कम शिवरामपुर में वैक्सीनेशन हुआ है वहां पर अधिक से अधिक कराएं। उन्होंने कहा कि 0 से 2 साल के बच्चों को जो टीका लगाना है इसको प्राथमिकता के आधार पर कार्य करें। पेयजल के संबंध में कहा कि हैंडपंप व टैंकर के माध्यम से जहां आबादी ज्यादा है वहां पर पहुंचाया जाए। मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी ने कहा कि पानी की बहुत समस्या है इसमें टैंकर बढ़ा लें। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि समीक्षा करते रहें। इस अवसर पर जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसीराम, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव रंजन मिश्र, जिला मलेरिया अधिकारी प्रमोद कुमार शुक्ला, अधिशासी अधिकारी नगर कर्वी रामअचल कुरील, अधिशासी अधिकारी मानिकपुर आशीष वर्मा, जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी राजेंद्र कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी आरके दीक्षित आदि संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।