स्कूल चलो अभियान कार्यक्रम का सजीव प्रसारण दिखाया गया

सोनभद्र। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा उत्तर प्रदेश के जनपद श्रावस्ती से स्कूल चलो अभियान का शुभारंभ किया गया। जनपद सोनभद्र में उक्त कार्यक्रम की शुरुआत कंपोजिट विद्यालय मुसही रॉबर्ट्सगंज से प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष राधिका पटेल जी, सदर विधायक भूपेश चैबे जी, दुद्धी विधायक राम दुलार गोड़, जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी डाॅ0 अमित पाल शर्मा, अपना दल जिलाध्यक्ष के साथ उप शिक्षा निदेशक/डायट प्राचार्य सोनभद्र एवं गणमान्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कार्यक्रम को सफलतम रूप प्रदान किया गया। उक्त कार्यक्रम में योगी आदित्य नाथ द्वारा ‘‘स्कूल चलों अभियान’’ कार्यक्रम का शुभारम्भ जनपद श्रावस्ती में 04 अप्रैल कोे 10.00 बजे से किया गया। ‘‘स्कूल चलों अभियान’’ के शुभारम्भ कार्यक्रम/उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री के भाषण का सजीव प्रसारण बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जनपद के सभी प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों में टी0वी0/एल0ई0डी0 स्क्रीन के माध्यम से छात्र-छात्राओं/अभिभावको को दिखाया गया। मुख्यमंत्री के सम्बोधन को सभी लोगों ने देखा और स्कूल चलो अभियान को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को जाना। उद्बोधन के पश्चात माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर के गणमान्य अतिथियों द्वारा जनपदीय स्कूल चलो अभियान के शुभारंभ की आधारशिला रखी। कंपोजिट विद्यालय मुसही की कक्षा 8 की छात्राओं कुव रूबी मौर्या एवं कुमारी अंकिता द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति की गई। जिलाधिकारी एवं गणमान्य अतिथियों के कर कमलों द्वारा प्राथमिक व उच्च प्राथमिक संवर्ग में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले टॉप-3 विद्यार्थियों, आदर्श विद्यार्थी पुरस्कार एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालयों के कायाकल्प कार्यक्रम में विशेष सहयोग हेतु ग्राम प्रधानों को भी विशेष रूप से पुरस्कृत किया गया। उपरोक्त कार्यक्रम में उपस्थित समस्त जनप्रतिनिधि गणों एवं गणमान्य अधिकारियों ने विद्यालय परिवार के बच्चों के साथ बैठकर मध्यान्ह भोजन भी ग्रहण किया इस कार्यक्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार सहित समस्त ब्लाकों के खंड शिक्षा अधिकारी गण, जिला समन्वयक (प्रशिक्षण), मध्याह्न भोजन प्रभारी ,एसआरजी, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधिगण, शिक्षक शिक्षिकाएं व बच्चों की उपस्थिति रही।