देवरिया। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने आज वर्चुअल माध्यम से 4 अप्रैल से प्रारंभ होने वाले ‘स्कूल चलो अभियान’ के तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को शासन की मंशानुरूप अभियान को सफल बनाने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और कहा कि यह साक्षरता प्रसार से जुड़ा अत्यंत महत्वपूर्ण अभियान है। इसमें किसी भी तरह की कोताही न बरती जाये और जनपद में 6-14 आयुवर्ग के स्कूल ड्रॉपआउट बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित किया जाए।जिलाधिकारी श्री निरंजन ने बताया कि ‘स्कूल चलो अभियान’ का शुभारंभ माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनपद श्रावस्ती से करेंगे। उक्त कार्यक्रम का सजीव प्रसारण जनपद के सभी 2,120 परिषदीय विद्यालयों में किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जनपद के ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर कार्यक्रम आयोजित कर ड्रॉपआउट बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा। स्कूल चलो अभियान 4 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलेगा।जिलाधिकारी श्री निरंजन ने अभियान की रूपरेखा के संबंध में बताया कि 20 अप्रैल तक डोर-टू-डोर हाउसहोल्ड सर्वे किया जाएगा, जिसके माध्यम से स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को चिन्हित कर स्कूलों में उनका नामांकन कराया जाएगा।होटल, दुकान, मलिन बस्ती, कटान प्रभावित क्षेत्र, ईट-भट्टे आदि ऐसे संवेदनशील पॉकेट्स हैं, जहां ड्रॉपआउट बच्चे मिल सकते हैं। सर्वे के दौरान इन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि किसी विद्यालय में 45 दिन बिना कारण के कोई विद्यार्थी स्कूल नहीं जाता है तो उसकी एंट्री शारदा पोर्टल पर की जाती है और उसकी नियमित मॉनिटरिंग की जाती है। ड्रॉपआउट बच्चों के अभिभावकों की काउंसलिंग भी की जाएगी। इस अभियान में सामुदायिक भागीदारी और क्षमता निर्माण पर विशेष जोर दिया जाएगा। ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत स्कूल आने वाले बच्चों को स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने सभी बीईओ को ऑपरेशन कायाकल्प से जुड़ी परियोजनाओं को समयबद्ध तरीक़े से पूर्ण करने का निर्देश दिया।बैठक में एसडीएम ध्रुव कुमार शुक्ला, एसडीएम, संजीव उपाध्याय, बीएसए सन्तोष कुमार राय, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय सहित समस्त ब्लॉकों के खंड विकास अधिकारी एवं खंड शिक्षा अधिकारी गण मौजूद थे।
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