महिला अस्पताल में आठ नवजात बच्चियों का मनाया जन्मोत्सव

बांदा। रविवार को नवेली-बुन्देली कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम का आयोजन जिला महिला अस्पताल में किया गया। अध्यक्षता सूबे के जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने की। इस दौरान जिलाधिकारी अनुराग पटेल भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में आठ नवजात बच्चियों का केक काटकर जन्मोत्सव मनाया गया। बेटी पढाओ, बेटी बचाओ एवं मिशन शक्ति नारी सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में जन्मोत्सव का माहौल देखते ही बनता था।गौरतलब हो कि नवेली बुंदेली अभियान का शुभारंभ 25 दिसंबर 2021 को जनपद के रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के जन्मोत्सव पर सुशासन दिवस मनाते हुए शुरू किया गया था। उस दिन 39 नवजात बच्चियों का जन्मोत्सव केक काटकर मनाया गया था और नवेली बुंदेली अनूठी पहल की शुरुआत की गई थी। इससे यह नवजात बच्चियां आगे चलकर इच्छा अनुसार अपना लक्ष्य प्राप्त करेंगी जिससे कुछ लोग समझते हैं कि बच्चियां बोझ होती हैं तो इस अभियान के अंतर्गत बच्चियां बोझ नहीं बनेगी, बल्कि पढ़ लिखकर अपने पैरों में खड़े होकर अपने जनपद के साथ-साथ प्रदेश एवं देश का नाम रोशन करेंगी। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने राज्यमंत्री को बताया कि अब तक जनपद में 3510 कन्याओं का जन्मोत्सव मनाया जा चुका है। 3497 कन्याओं को जन्म प्रमाण पत्र दिया जा चुका है। 3444 कन्याओं का टीकाकरण कराया जा चुका है। 3063 बच्चियों के जननी सुरक्षा योजना का लाभ दिया जा चुका है। इसी प्रकार 659 नवजात बच्चियों के माता को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का लाभ 1442 कन्याओं को दिया जा चुका है। इसके साथ ही श्रम विभाग द्वारा 25000 तथा 50,000 का  लाभ 210 कन्याओं को दिया जा चुका है। रविवार को 8 नवत बच्चियों का जन्म उत्सव के काटकर महिला जिला अस्पताल में मनाया गया।जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने कहा कि जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। नवेली-बुन्देली कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि बालक-बालिकाओं के बीच बढ़ रहे लैंगिग भेदभाव को कम करना। बालिकाओं के लिए सरकार द्वारा संचालित समस्त योजनाओं से लाभान्वित कराना। अभिभावकों का बालिकाओं के प्रति सम्मान बढाना, कन्या भ्रूण हत्या पर नियंत्रण करना और जनपद के लैंगिक अनुपात में सुधार करना, आम-जनमानस में जागरूकता फैलाना। इस कार्यक्रम के तहत संस्थागत, गैर संस्थागत जन्मी बालिकाओं का नवेली-बुन्देली कन्या जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। जन्म के दौरान लगने वाले टीके से बालिका को संतृप्त कराया जा रहा है। बच्चियों के जन्म पर श्रम विभाग द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता से आच्छादित कराया जा रहा है। महिला कल्याण विभाग की मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से आच्छादित भी कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सुकन्या समृद्धि योजना से लाभान्वित कराना, बाल विकास विभाग द्वारा बच्ची के 6 माह पूर्ण होने के उपरान्त अन्नप्रासन उत्सव मनाया जायेगा। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बताया कि श्रम विभाग द्वारा संचालित मातृत्व शिशु एवं बालिका प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत पंजीकृत निर्माण श्रृमिकों की नवजात बच्चियों के जन्म पर रुपए 25000 हजार माता को, 28000 रूपये की आर्थिक सहायता एवं 25000 रूपये की एफडी करायी जायेगी। इसी प्रकार महिला कल्याण विभाग में संचालित मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत बच्ची के जन्म पर पोर्टल पर आनलइन आवेदन करने के उपरान्त 2000 रूपये की मुफ्त आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना के तहत दूसरी किश्त 2000 रूपये लाभ के रूप में प्राप्त कराया जा रहा है। जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत 1400 रुपए ग्रामीण स्तर पर तथा 1000 रुपए शहरी स्तर पर प्रसव उपरान्त आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। डाक, बैकिंग के तहत सुकन्या समृद्धि जैसी इत्यादि योजनाओं से नवजात बच्चियों को आच्छादित कराया जाएगा। इसके पूर्व  जल शक्ति राज्यमंत्री का स्वागत जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने गुलदस्ता भेंट कर किया। जिला अध्यक्ष भाजपा संजय सिंह एवं जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह पटेल एवं महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष वंदना गुप्ता का स्वागत गुलदस्ता भेंट कर सीएमएस डा. एसएन मिश्रा, डा. चारू गौतम एवं डा. प्रमोद तथा डा. विनीत सचान ने किया। इसके बाद 8 नवजात कन्याओं का जन्मोत्सव केक काटकर मनाया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे एमपी सिंह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामपाल सिंह सहित संबंधित मेडिकल विभाग के नर्स एवं डाक्टर एवं नवजात बच्चियों के माता, दादी उपस्थित रहीं।