बांदा। जिस तालाब के पानी में किशोर रोज छपाक-छई करते थे, उसी पानी में रविवार की दोपहर तीन किशोर डूब गए। एक किशोर को ग्रामीणों ने जिन्दा पानी से बाहर निकाल लिया, जबकि दो किशोरों की डूबकर मौके पर ही मौत हो गई। गोताखोरों की मदद से तालाब से दोनो शव बाहर निकाले जा सके। जिला अस्पताल में भी चिकित्सकों ने दोनो किशोरों को मृत घोषित कर दिया। दोनो परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। इधर, राज्यमंत्री रामकेश निषाद और जिलाधिकारी अनुराग पटेल जिला अस्पताल पहुंचे। वहां पर परिजनों को ढांढस बंधाते हुए राज्यमंत्री ने मृतक परिजनों को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की बात कही। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
रविवार की दोपहर को देहात कोतवाली क्षेत्र के बिरंची सिंह का पुरवा निवासी मुन्नू उर्फ अमर सिंह (14) पुत्र फक्कू अपने साथी धीरू (12) पुत्र बिंदा प्रसाद, नीरज (14) के साथ मवेशी लेकर खेतों की तरफ गए थे। वहां पर अजीत सिंह के खेत में खोदे गए तालाब में बारिश के भरे पानी में मवेशियों को पानी पिलाया और तालाब में नहाने लगे। नहाते समय अमर गहरे पानी में डूबने लगा। अमर को डूबता देख धीरू और नीरज उसे बचाने पहुंचे तो वह लोग भी पानी में डूबने लगे। आसपास मौजूद लोग तालाब में कूद गए और नीरज को बाहर निकाल लिया, लेकिन मुन्नू और धीरू गहरे पानी में डूब गए। जिससे उनकी मौत हो गई। तकरीबन तीन घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने दोनो शव पानी से बाहर निकाले। जिला अस्पताल लाने पर चिकित्सकों ने मुन्नू और धीरू को मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटना की खबर पाकर अस्पताल पहुंचे जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने परिजनों को ढांढस बंधाया और मृतक परिजनों को चार-चार लाख रुपए अहेतुक सहायता दिए जाने की बात कही। इस दौरान जिलाधिकारी अनुराग पटेल भी मौजूद रहे। मृतक मुन्नू दो भाइयों में सबसे बड़ा था।