सतीश महाना बने स्पीकर, योगी-अखिलेश ने दी बधाई

लखनऊ ।उत्तर प्रदेश विधानसभा के 18वें अध्यक्ष के तौर पर भाजपा विधायक सतीश महाना मंगलवार को निर्विरोध चुन लिए गए। इससे पहले योगी के पहले कार्यकाल में उन्नाव के रहने वाले हृदय नारायण दीक्षित विधानसभा अध्यक्ष थे। तब महाना के पास औद्योगिक विकास विभाग था।सतीश महाना को सीएम योगी ने बधाई दी। योगी ने कहा कि महान अवसर को प्राप्त करने से कभी चूकना नहीं चाहिए और आपके तो नाम में ही महाना है। योगी ने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों लोकतंत्र के पहिए हैं। हमको मिलकर अब यूपी के विकास के बारे में सोचना है। हमें युवाओं-महिलाओं-किसानों के हितों के बारे में सोचना है।नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने स्पीकर सतीश महाना को बधाई दी। अखिलेश यादव ने कहा कि हमें समय-समय पर आपके संरक्षण की आवश्यकता पड़ेगी। अखिलेश ने कहा कि विपक्ष जितना बोलेगा लोकतंत्र उतना मजबूत होगा। हमने भी कभी उस जगह पर बैठकर काम किया है। मंत्री पूरी तैयारी के साथ आते थे और आपने भी अध्यक्ष महोदय सदस्य के तौर पर बड़े कठिन प्रश्न पूछे हैं।अखिलेश ने विधानसभा स्पीकर महाना को बधाई देते हुए कहा कि, मैं आपको बधाई देता हूं और नेता सदन को इतना विश्वास दिलाता हूं कि आपको पहली बार एक हंसमुख विपक्ष मिला है, क्योंकि मैं हमेशा हंसता रहता हूं।कानपुर कैंट से 5 बार तो महाराजपुर से 3 बार जीते चुनाव वे 5 बार कानपुर कैंट और 3 बार महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते। बीएससी तक की शिक्षा ग्रहण करने वाले सतीश महाना इससे पहले नगर विकास राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। 14 अक्टूबर 1960 को जन्मे सतीश महाना 62 वर्ष के हैं। वह खादी, ग्रामीण उद्योग, टैक्स्टाइल, एमएसएमई, निर्यात प्रोत्साहन मंत्री भी रह चुके हैं।उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। 1991 में वह कैंट विधानसभा क्षेत्र से पहला चुनाव जीते थे। इसके बाद वह 1993, 1996, 2002, 2007 में कैंट विधानसभा सीट से ही चुनाव जीते। 2009 में विधानसभा सीटों का परिसीमन हो गया तो पार्टी ने उन्हें महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए कहा। 2012 के चुनाव में वह महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र से ही मैदान में उतरे। यहां से भी उन्होंने जीत हासिल की और इसके बाद 2017 और 2022 में भी उन्हें जीत हासिल हुई। यह उनकी लगातार 8वीं जीत है।