नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने कहा है कि वह अपने देश के हित में पश्चिम की राजनीति से विचलित नहीं होने वाला है। जहां यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और पश्चिम रूस पर प्रतिबंध लगाते रहे हैं, वहीं भारत ने भारी छूट पर तेल खरीदने के बाद अब रूस से अपने कोयला ऑर्डर को दोगुना कर दिया है। भारत सरकार ने कहा है कि वह पश्चिम से प्रभावित हुए बिना पहले देश के हितों की देखभाल करेगी और जिस देश से उसे लाभ होगा, उसके साथ व्यापार करेगी। जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने रूस से दोगुने कोयले की खरीद को भी मंजूरी दे दी है, जिसके बाद माना जा रहा है कि अमेरिका और पश्चिम भारत के प्रति और अधिक आक्रामक होंगे। भारत सरकार के मंत्री ने कहा कि भारत रूस से कोयला खरीद रहा है। केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह ने रविवाद को कहा था कि भारत रूस से कोकिंग कोल के आयात की ओर बढ़ रहा है। वर्तमान में रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के कारण कई देश मास्को के व्यापार संबंधों को बढ़ाने से दूर भाग रहे हैं। लेकिन रूस से भारी छूट मिलने के बाद भारत सरकार ने रूस से कच्चा तेल खरीदने का फैसला किया और भारत ने रूस की सबसे बड़ी तेल कंपनी से भी ऑर्डर दिया है। गौरतलब है कि भारत और चीन भी भारी मात्रा में कोयले का उत्पादन करते हैं लेकिन भारत और चीन में उत्पादित कोयला अच्छी गुणवत्ता का नहीं है और रूसी कोयले में बहुत अधिक कार्बन होता है, जो इस्पात उद्योग के लिए बहुत अच्छा है। क्योंकि भारत में इस्पात उद्योग बहुत बड़ा है। इसलिए, रूसी कोयले की मांग अधिक बनी हुई है।
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