उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान में विद्युतीकृत रेल मार्गों का बढ़ता दायरा

प्रयागराज।भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना द्वारा ब्रॉड गेज रूटों के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य को और आगे बढ़ते हुए केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज की लखनऊ एवं जयपुर परियोजना ने क्रमशः पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मण्डल में आने वाले आनंदनगर-शोहरतगढ़ (56.34 RKM) सेक्शन एवं उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर व जयपुर मण्डल के झुंझुनू-लोहारु (58 RKM) सेक्शन का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण करने के उपरान्त दिनांक 27.03.2022 को सीआरएस निरीक्षण का कार्य सफलता पूर्वक पूर्ण करा कर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल किया है।आनंदनगर-शोहरतगढ़ महत्वपूर्ण सेक्शन के विद्युतीकरण होने से गोरखपुर से शोहरतगढ़ के बीच मेमू ट्रेन चल सकेंगी। ग्रुप 304 के विद्युतीकरण कार्य पूर्ण हो जाने के उपरान्त गोरखपुर से आनंदनगर और आनंदनगर से शोहरतगढ़ के बीच विद्युत इंजन वाली रेल गाडियाँ चल सकेंगी।झुंझुनू-लोहारु रेल खण्ड के विद्युतीकृत होने से, जयपुर-रींगस-सीकर-झुंझुनू का जम्मू, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तथा उत्तर भारत के विद्युतीकृत रेल मार्ग से सम्पर्क हो जाएगा। जिससे राजस्थान के खनिज को भारतवर्ष के विभिन्न प्रदेशों में विद्युतीकृत रेल मार्ग द्वारा भेजा जा सकेगा।इससे अब सभी ट्राफिक के लिए ट्रैक्शन परिवर्तन से निजात मिलेगी जिससे परिचालन समय में काफी बचत होगी और परिचालन में तीव्रता भी आयगी जिससे उत्तर प्रदेश व राजस्थान के प्रमुख स्थलों पर आने-जाने वाले यात्रियों को काफी सुविधा एवं परिचालन समय में बचत भी होगी।

स्वच्छ पर्यावरण के लिए संकल्पित शून्य कार्बन उत्सर्जन के मिशन के साथ भारतीय रेल को हरित रेल बनाने की राह पर केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन, अहम भूमिका निभा रहा है।कोर के महाप्रबन्धक यशपाल सिंह, ने लखनऊ एवं जयपुर परियोजना की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि कोर, रेल लाइनों के पूर्ण विद्युतीकरण करने के लक्ष्य की ओर निरन्तर अग्रसर हैं, उसी दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है।