लखनऊ।यह कार्यक्रम छात्रों जीवन के अगले चरण की स्मृति में आयोजित किया गया था क्योंकि वे शिक्षा की सीढ़ी पर हर वर्ष एक स्तर आगे बढ़ते हैं। इस अवसर पर छात्रों ने अपनी भावनाओं को प्रदर्शित करते हुए विभिन्न प्रस्तुतियां दीं। उन्होंने यह भी दिखाया कि कैसे आज भी माता-पिता अपने बच्चे के कौशल और प्रतिभा के बजाय अंकों पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं जो भविष्य में उनके वास्तविक जीवन की स्थितियों में उनकी मदद करेगा। नन्हे मुन्नों ने स्वागत गीत से सभी का स्वागत किया।मुख्य अतिथि डॉ. आकांक्षा निगम ने अपने ज्ञानवर्धक शब्दों से दर्शकों को संबोधित किया। छोटे-छोटे बच्चों की प्रतिभाओं को देखकर वह रोमांचित हो उठी। उन्होंने सीआईएस बालागंज टीम के प्रयासों की भी सराहना की जिन्होंने प्रत्येक स्तर पर अनुभवात्मक शिक्षा को बढ़ावा दिया है।
इस अवसर पर स्कूल प्रबंधक श्री शाहब हैदर ने कहा, ष्एक बच्चे के ज्ञान को इस बात पर नहीं आंका जाना चाहिए कि उसे परीक्षा में कितने अंक मिले हैं, बल्कि इस पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए कि बच्चा एक इंसान के रूप में कैसा है और उसके कौशल और प्रतिभा। सीआईएस हमेशा से व्यावहारिक ज्ञान पर विश्वास करता है और इसलिए इसे अपने अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रम के साथ भी व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करता है।एमएसएमई समूहों के विकास और राज्य में आजीविका के अवसरों को बढ़ाने करने के लिए ओडिशा सरकार के साथ गठबंधनरू सिडबी ने ओडिशा राज्य सरकार को 1000 करोड़ रुपये मंजूर किए –