माले। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव दौरे के दौरान दोनों देशों के रिश्तों को लेकर कहा कि भारत और मालदीव के बीच ‘समय की कसौटी पर परखे’ रिश्ते को क्षेत्र में ‘स्थिरता के लिए ताकत’ का प्रतीक है। जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों की साझा जिम्मेदारी इसे पोषित और मजबूत करने की है। मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने यह भी कहा कि द्विपक्षीय संबंध दोनों देशों के लोगों की जिंदगियों को छूने के वास्ते एक बड़ी छलांग के लिए तैयार हैं, जैसा कि पहले कभी नहीं देखा गया।मालदीव और श्रीलंका की पांच दिवसीय यात्रा के तौर पर शनिवार को यहां पहुंचे जयशंकर ने कहा, ‘यह ऐसी साझेदारी है जो साझा चुनौतियों से निपटती है… यह क्षेत्र में स्थिरता के लिए एक ताकत है। इसे पोषित और मजबूत करना हमारी साझा जिम्मेदारी है।’जयशंकर भारत के दो अहम समुद्री पड़ोसी देशों के साथ द्विपक्षीय भागीदारी के विस्तार की संभावनाओं को तलाशने के लिए मालदीव और श्रीलंका की यात्रा पर आए हैं।
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