दलित महिलाओं के पुलिस पिटाई प्रकरण ने तूल पकड़ा

जौनपुर। बदलापुर थाना क्षेत्र के देवरिया गांव में पुलिस द्वारा दलित महिलाओं को की गयी बेरहमी से पिटायी करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। गुरूवार को जहां महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक से प्रकरण में गुहार लगायी थी वहीं ष्षुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना देकर पुलिस विभाग के खिलाफ नारेबाजी की गयी। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि दो पक्षों में मामली मारपीट के बाद मौके पर पहुंचे पुरूष सिपाहियों ने कि महिलाओं , किषोरियों एव बच्चों को बुरी तरह से पीटकर अमानवीयता का परिचय दिया और बाद में पहुुची महिला पुलिस ने सभी को कपड़े उतरवा कर एक पक्ष को पीटा जिससे पूरे क्षेत्र में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है। धरने में आयी महिलाओं ने बताया कि बीते 20 मार्च को देंवरिया गोव के बस्ती के समीप बाबा भीम राव अम्बेडकर की मूर्ति स्थापति कर चबूतरा बना दिया गया। जिससे बस्ती के राधा पुत्री जिया लाल, जिया लाल पुत्र बुद्धू आदि रंजिष रखने लगे। बस्ती के दबंग अजय दुबे के उकसाने पर 15 वर्षीया अंजलि व अन्य बच्चे चबूतरे से होकर जा रहे थे। उन्हे दीपक संदीप पुत्र पुत्र रंजिषन गालियां देने लगे षोर सुनकर षीला पत्नी राम प्रसाद चबूतरे के पास पहुंची तो जिया लाल , अषोक , संजय उसकी पुत्री को धक्का मुक्की करने लगे। इसी दौरान उसइ पक्ष केअन्य लोग भी आ गये। इसी बीच सिपाही राजेष ष्यादव, अवधेष यादव व राज बिहारी यादव को बुला लिया गया तथा उक्त सिपाही गालियां देते हुए घर में घुसकर ष्षीला, ष्षषि, कुसुम , ऊषा सूरज , सुमित आंचल को लात मुक्का से बुरी तरह से पीटने लगे और उक्त लोग फर्जी मुकदमें में फसाने की धमकी देते हुए चले गये। थाने पर सूचना देने पर डाक्टर मोआइना नहीं कराया गया। इसके बाद पुलिस आयी और कई लोगों को घर से पकड़ कर लायी तो महिला पुलिस ने नगा कर मारा पीटा और गालियां दी।