नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उनके मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को जल्द ही एक और झटका लगेगा। 240 वर्ष पुराने उत्तर प्रदेश के इकलौते सरकारी मदरसे राजकीय ओरियंटल कालेज (मदरसा आलिया) के भवन और उसकी तीन बीघा जमीन, फर्नीचर, रिकार्ड लाइब्रेरी पर जौहर ट्रस्ट का सिर्फ तीस रुपये सालाना की लीज पर बरसों से कब्जा है। ट्रस्ट के इस कब्जे को हटवाने के लिए उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डा.इफ्तिखार अहमद जावेद ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री दोनों को पत्र लिखे हैं। इस पत्र में कहा गया है कि इस कालेज के सारे शिक्षक रिटायर हो चुके हैं। सारा स्टाफ भी 2024 तक रिटायर हो जाएगा। इसकी इमारत पर 2016 में जौहर ट्रस्ट ने कब्जा करके अपना स्कूल खोल लिया है और ट्रस्ट का इसके भवन और जमीन पर कब्जा हो गया है। पत्र के अनुसार राजकीय ओरियंटल कालेज (मदरसा आलिया) राजकीय रजा इण्टर कालेज रामपुर में चल रहा है जिसमें सिर्फ दो कमरे और एक बरामदा है। पत्र में उ.प्र.मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डा.जावेद ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री दोनों से कालेज की बदतर हालत को देखते हुए इसके भवन और जमीन को जौहर ट्रस्ट से वापस दिलवाए जाने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने लिया संज्ञान, शुरू हुई जांच: उन्होंने यह भी अनुरोध किया है कि इस मदरसे की जमीन पर नया कालेज बनवाकर दिये जाने और शिक्षकों की तत्काल भर्ती भी करवाई जाए। डा.जावेदन ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस मामले का संज्ञान लिया है और इसकी जांच शुरू करवा दी गयी है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि जल्द ही यह मदरसा जौहर ट्रस्ट के कब्जे से मुक्त होगा।
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