धूमधाम से मनाया होली का पर्व, फिल्मी गीतों पर थिरके युवा

फतेहपुर। रंग-बिरंगे होली के हुडदंग में लोग खूब झूमे। कहीं फाग की निकली टोलियां फगुनी गीतों के फव्वारों से सराबोर करती रहीं। वहीं फिल्मी गीतों पर युवा दिल थिरकते रहे। कई स्थानों पर मटकी फोड़ होली में नवयुवकों को प्रोत्साहन राशि देकर उनके हौसले को बढ़ाया गया। महिलाएं भी होली के हुडदंग में सखी-सहेलियों के साथ ठिठोलियां खेलती रहीं। सबको हंसाने वाला और एक गले से दूसरे गले को मिलाने वाला प्रेम का यह होली पर्व अपने आप में ही एक अनोखा त्योहार है। इस त्योहार आने का इंतजार सभी को बेसब्री से रहता है। पहले दिन होली का हुडदंग धीमा रहा सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर बारह बजे तक रंग-बिरंगी होली का आनंद लोग लेते रहे लेकिन होली के अंतिम दिन लोगों ने जमकर होली त्योहार का आनंद लिया। सुबह से लड़के सड़क पर रंग-बिरंगे रंगों के साथ उतर आये फिर क्या? सड़क से गुजरने वाले हर एक रही पर पिचकारियों की बौछारों से सराबोर कर देना वहीं बच्चे एक दूसरे को दौड़ा-दौड़ा कर रंगोें का आनन्द लेते रहे। वहीं कुछ नन्हे-मुन्हे बच्चे गुब्बारों में रंग भरकर वार कर होली का लुफ्त लेते रहे। वृन्दावन की होली के तर्ज पर युवा दिल रंग-बिरंगी होलियों में पूरी तरह से मस्त दिख रहे थे। बच्चों के साथ-साथ बड़े-बुजुर्ग होली का त्योहार कुछ अलग अंदाज के साथ मनाने मंे लगे रहे। बड़ों ने रंगो का इस्तेमाल कम किया लेकिन एक दूसरे के अदब को बरकरार रखते हुए अबीर और गुलाल का इस्तेमाल कर होली मनाई। देवर और भौजाई के बीच होली का हुडदंग कुछ अजब और गजब ही रहा। वहीं युवतियां भी होली पर्व को नए अंदाज से मनाने मेें व्यस्त रहीं। युवतियां अपनी-अपनी टोलियों के साथ एक दूसरे के घर पहंुच सखी सहेलियों से जमकर ठिठोलियां खेली। फिल्मी गीतों पर डांस तो घर पर होम थिएटर मंे थिरकते हुए होली का पूरा आनंद लिया। चैतरफा होली का हुडदंग देर शाम तक चलता रहा। जिसमें फगुनी गीतों के स्वरों के साथ बूढ़े-बुजुर्ग ने ठुमके भी लगाए। वहीं युवा दल की ओर से विभिन्न स्थानों पर मटकी फोड़ होली का आयोजन किया गया। मटकी फोड़ होली पर युवा दलों को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग धनराशि मुकर्रर की गई। फिल्मी दुनिया के कई पुराने और नए गीतों में युवा दिल झूम-झूम कर नाचते हुए होली मटकी को फोड़ने के लिए प्रयासरत रहे। अलग-अलग गुटों के युवा अपनी टीम को जिताने के लिए पूरी ताकत का इस्तेमाल कर अंतिम छोर तक पहुंच जाने के बाद फिर जमीन पर धराशाही हो जाते। रंगों से सराबोर युवा दिलों को उत्साहित करते लोग उस वक्त का इंतजार करते रहे कि कौन युवा दल मटकी के ऊंचे छोर तक पहुंचेगा। लंबी कसरत के बाद युवा मटकी फोड़ पाए। मटकी फोड़ होली को देखने के लिए हम उम्र से लेकर बच्चे, युवतियां और महिलाओं का जमघट लगा रहा। लोगों ने होली पर्व को सौहार्द और प्रेम के साथ मनाया। एक ओर जहां घरों मंे मेहमानों के आने का सिलसिला जारी रहा। वहीं मेहमानों की खुशामत में लगे लोग अपने आप को गौरवान्वित मानते रहे। होली त्योहार को लेकर मेहमानों के सामने विभिन्न व्यंजन परोसे गए। व्यंजनों में चाइनीज चिप्स से लेकर नमकीन के आइटमों में पूरी तरह से कब्जा रहा। इस मंहगाई का असर भी होली पर्व पर नजर नहीं आया। गुझिया, रसगुल्ला व बर्फी से भी लोगों ने अपने मेहमानांे का स्वागत किया। दूसरी ओर शांतिपूर्वक होली पर्व को सम्पन्न कराने में पुलिस महकमा चुस्ती और फुर्ती के साथ ड्यूटी पर मुस्तैद रहा। पुलिस की टोलियां चप्पे-चप्पे पर घूमती रहीं। किसी तरह के विवाद पर तुरंत पहुंचकर उसे शंात कराया।