प्ंरपरा: दुल्हे से हाथ छुड़ाकर भागी दुल्हन

जौनपुर । शीतला देवी रंगमंच के अध्यक्ष रतन गिरी के देखरेख में 110 साल पुरानी परंपरा निभाई। पूरे गांव के लोग एकजुट होकर कोई दूल्हा बनता है तो कोई दुल्हन एक साथ बारात निकल कर पूरे गांव में भ्रमण करता है और जगह-जगह जहां जिसका पद होता है वह जोगिरा बोलता है नाले में गिरा मुर्गा खटिया बिछा के भौजी के रंग डालेंगे खटिया बिछा के ऐसी परंपरा । लोग बताते हैं कि यह परंपरा काफी दिनों से चला आ रहा है अब इसको नवयुवक विनय गिरी राम जनक माली के अध्यक्षता में निकाली गई और जगह-जगह औरतें अबीर गुलाल से बारातियों का स्वागत किया और अपने अपने छात्रों से बाल्टी भर रंग दूल्हा दुल्हन को पर एक आ गया और फिर लोग नाचते गाते सूरज घाट पहुंच जाते हैं वहां पर दुल्हन हाथ छुड़ाकर दुला से भाग जाती है वहां पर लोग स्नान ध्यान करके फिर अपने अपने घर चले जाते हैं इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहते हैं।