परिवारवाद पर रोक लगाने के लिए नहीं दिया भाजपा सांसदों के बच्चों को टिकट: मोदी

नयी दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अगर हाल में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों के बच्चों को टिकट नहीं देना पाप है, तो यह पाप उन्होंने किया है। मोदी ने मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी सांसदों से कहा कि परिवारवादी पार्टी जातिवादी पार्टी होती है और अगर इसके खिलाफ लड़ाई लड़नी है तो अपनी भाजपा में भी इसका ख्याल रखना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सांसदों के बच्चों को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया लेकिन उन्हें इस बात की खुशी है कि इसके बावजूद सभी सांसदों ने पार्टी को विजयी बनाने के लिए दिल से काम किया, इसके लिए सभी सांसदों का धन्यवाद।बैठक में मोदी ने सांसदों से कहा कि वे अपने-अपने इलाके में हारे हुए 100-100 बूथों का आकलन कर एक रिपोर्ट तैयार करें कि इन बूथों पर पार्टी के हारने की क्या वजह रही।हाल ही में रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक अच्छी फिल्म है और इस तरह की फिल्में बनती रहनी चाहिए ताकि सत्य सामने आ सके।संसदीय दल की बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक में मोदी ने परिवारवाद के खिलाफ भाजपा की पहल की सराहना की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को बाहर निकालने के लिए सरकार द्वारा चलाए गए ऑपेरशन गंगा का जिक्र करते हुए विरोधी दलों पर इस मुद्दे का राजनीति करने का भी आरोप लगाया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूक्रेन मसले पर बैठक में एक प्रस्तुतीकरण भी दिया।इससे पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक में भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अगुवाई में पार्टी के सभी सांसदों ने विधानसभा चुनावों में मिली जीत को लेकर प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया। संसदीय दल की बैठक में मोदी के पहुंचते ही चार राज्यों में मिली जीत को लेकर सांसदों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। चुनावों में मिली प्रचंड जीत के लिए भाजपा के सभी पूर्व अध्यक्षों गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मोदी और नड्डा को माला पहना कर उनका स्वागत किया और जीत के लिए बधाई दी।संसदीय दल की बैठक में सुप्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर , यूक्रेन में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा और कर्नाटक के बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा गया।