भेड़ के बालों के गिरते मूल्य से पशुपालक चिन्तित

जौनपुर। भेड़ एक ऐसा पशु है जो दूध, मांस,ऊन, जैविक खाद सभी के लिये इसका पालन किया जाता है। विकास खंड मछलीशहर के बामी, राजापुर, भुसौला, भटेवरा, ऊंचडीह, टिकरा ,सहनी के नदी के किनारे वाले भागों में रहने वाले गड़ेरिया जाति के लोग आज भी बड़े पैमाने पर भेड़ – बकरियों का पालन करते हैं। वर्तमान में भेड़ के बालों के गिरते दामों से मायूस हैं। भेड़ों के बाल की कटाई वर्ष में तीन होती है।इस समय फगुनी कटाई चल रही है। होली से पहले यह कटाई पूरी कर ली जायेगी। इस सम्बन्ध में पशुपालकों का कहना है कि पिछले वर्षों में उन्हें भेड़ के बालों का 80 से 90 रुपये प्रति किलोग्राम मिल जाया करते थे किन्तु वर्तमान में उन्हें 10 से 12 रुपये प्रति किलोग्राम भी मिलना कठिन हो रहा । भेड़ के बालों के मूल्य में आई इस कमी से वे भेड़ के बालों की कटाई की मजदूरी भी नहीं दे पा रहे हैं।