जिलाधिकारी ने किया मतदान कार्मिक प्रशिक्षण सत्र का निरीक्षण

देवरिया । जिला निर्वाचन अधिकारी/ जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने इंदिरा गांधी बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज, टाउन हॉल में पीठासीन अधिकारी, प्रथम मतदान अधिकारी एवं अन्य मतदान कर्मियों के लिए आयोजित प्रशिक्षण सत्र का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने सभी कार्मिकों से 3 मार्च को लोकतंत्र के महापर्व में पूरी कर्तव्यनिष्ठा एवं सजगता के साथ मतदान कराने का निर्देश दिया।प्रशिक्षण सत्र के दौरान जिलानिर्वाचन अधिकारी ने निर्वाचन से जुड़ी विभिन्न प्रक्रियाओं के संदर्भ में मतदान कार्मिकों को जानकारी दी। टेंडर वोट के संदर्भ में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि यदि कोई मतदाता वोट डालने जाये और उसे पता चले कि उसका वोट पहले ही डाला जा चुका है, तो ऐसी स्थिति में वह पीठासीन अधिकारी से इसकी शिकायत कर सकता है। पीठासीन अधिकारी दस्तावेजों की जांच कर एवं उसकी पहचान सुनिश्चित कर उससे पोस्टल बैलेट के माध्यम से टेंडर वोट डलवा सकता है। चैलेंज वोट के विषय में जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पोलिंग बूथ पर मौजूद राजनीतिक पार्टियों के एजेंट किसी वोटर के वोट को चैलेंज कर सकते हैं। अगर एजेंट को लगता है कि संबंधित वोटर फर्जी है और वह किसी दूसरे व्यक्ति का वोट डाल रहा है तो वह पीठासीन अधिकारी से इसकी शिकायत कर वोट को चैलेंज कर सकता है। इसके लिए उसे 5 की फीस देनी होगी। पीठासीन अधिकारी मतदाता के दस्तावेज की जांच करेगा कि वह सही वोटर है या नहीं। यदि वोटर सही होगा तो उसे वोट डालने की अनुमति दी जाएगी और यदि वह फर्जी होगा तो उसे तुरंत पुलिस को सौंप दिया जाएगा।निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान के सभी कार्मिक पूरे मनोयोग से चुनाव संबंधित दायित्वों का निर्वहन करें। आवश्यक दस्तावेज के साथ आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का मतदान अवश्य कराएं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय, सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।