सड़क हादसों में 16 की मौत,मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख की मदद

नैनीताल/देहरादून | उत्तराखंड में मंगलवार को हुई दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में तीन शिक्षकों समेत 16 लोगों की मौत हो गयी तथा चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये।चंपावत जिले के पूर्णागिरी (टनकपुर) में मंगलवार तड़के हुए भीषण सड़क हादसे में 13 बारातियों की मौत हो गयी जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये। मरने वालों में छह एक ही गांव के लोग शामिल हैं।मिली जानकारी के अनुसार टनकपुर से शादी से लौट रही एक मैक्स सोमवार रात को लगभग दस बजे दुर्घटनाग्रस्त हो कर 700 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। दुर्घटना सूखीढांग-डाडा-मीनार मोटर मार्ग पर टनकपुर तहसील के बुडम गांव के ठीकाढूंगा नामक स्थान पर हुआ। मैक्स में चालके अलावा 14 बाराती सवार थे।जिसमें से 13 बारातियों की मौत हो गयी जबकि चालक समेत दो घायल हो गये। मृतकों में लक्ष्मण सिंह (61), निवासी ककनई, केदार सिंह (62) निवासी ककनई, ईश्वर सिंह (40) निवासी ककनई, उम्मेद सिंह (48) निवासी ककनई, हयात सिंह (37) निवासी ककनई, पुनी देवी (55) निवासी हल्द्वानी, भगवती देवी (45) निवासी हल्द्वानी, पुष्पा देवी (45) निवासी ककनई, बसंती देवी (35) निवासी चंपावत, श्याम लाल (50), निवासी डाडा, विजल लाल (48) निवासी डाडा, हीरा सिंह (15), दिवांशी (5) निवासी डाडा शामिल हैं जबकि दो लोग प्रकाश राम निवासी साल व त्रिलोक राम निवासी ककनई घायल हो गये। इनका उपचार लोहाघाट अस्पताल चल रहा है।मृतकों में चार महिलाओं के साथ ही एक मां-बेटी भी शामिल हैं।रात का वक्त होने के चलते दुर्घटना की सूचना नहीं मिल पायी। चंपावत के जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सुबह 3.20 मिनट पर पुलिस कंट्रोल रूम से दुर्घटना की सूचना मिली। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। मौके पर तुरंत आपातकालीन सेवा 108 को रवाना किया गया। साथ ही टनकपुर के उपजिलाधिकारी को दुर्घटना की सूचना के देने के साथ ही एसडीआरएफ की टीम को दुर्घटनास्थल के लिये रवाना किया गया। चल्थी पुलिस की एक टीम भी मौके पर पहुंची।मौके पर पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पिंचा ने राहत व बचाव कार्य की कमान संभाली। उन्होंने बताया कि जिस स्थान में दुर्घटना हुई है वह बेहद दुरूह है। बमुश्किल राहत व बचाव कार्य चलाया गया। प्रशासन मृतकों का पोस्टमार्टम के साथ ही आगे की कार्यवाही में जुटा है। मृतकों में छह लोग एक ही गांव ककनई के शामिल हैं। इस घटना के बाद पूरे कुमाऊँ में शोक की लहर दौड़ गयी है।इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इन दुर्घटनाओं में लोगों के मारे जाने पर गहरा शोक व्यक्त किया है।श्री मोदी ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री की ओर से इस दुर्घटना में मृतकों के परिवारजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये व घायलों को 50-50,000 रुपये बतौर सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है।