पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क व लुहान्स्क को दी अलग देश की मान्यता, अमेरिका पर लगाए गंभीर आरोप

मॉस्को । रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में विद्रोहियों के कब्जे वाले शहरों डोनेट्स्क और लुहान्स्की को अलग देशों के रूप में मान्यता दे दी है। पुतिन ने डोनेट्स्क और लुहान्स्की को अलग देश के तौर पर मान्यता देने के ऐलान के साथ ही अलगाववादी नेताओं के साथ मित्रता और सहायता से जुड़े समझौते पर हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। पुतिन ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि यूक्रेन का नाटो में शामिल होने रूस की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन परमाणु हथियार बनाने का प्रयास कर रहा है। अपने संबोधन में पुतिन ने अमेरिका और नाटो पर भी गंभीर आरोप लगाए।उन्होंने कहा यूक्रेन कठपुतली की तरह चलने वाला एक अमेरिकी उपनिवेश बन गया है। अमेरिका और नाटो ने मिलकर यूक्रेन को युद्ध का मैदान बना दिया है। पुतिन ने आगे कहा कि यूक्रेन अपने आप में सक्षम नहीं है, इसलिए अमेरिका जैसे अन्य देशों पर निर्भर रहता है। यूक्रेन में अमेरिकी दूतावास वहां बहुत कुछ कंट्रोल कर रहा है। पिछले कुछ महीनों में यूक्रेन के पास पश्चिमी हथियारों का बड़ा स्टॉक भर गया है। पुतिन ने यूक्रेन की परमाणु हथियार की योजना को लेकर भी चिंता जाहिर की। इससे पहले व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने जानकारी दी थी कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन व्हाइट हाउस में अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ बैठक कर रहे हैं। यह टीम उन्हें रूस और यूक्रेन के घटनाक्रम के बारे में नियमित रूप से जानकारी दे रही है।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देने पर विचार-विमर्श करने के लिए शीर्ष अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। राष्ट्रपति की सुरक्षा परिषद की बैठक ऐसे समय पर बुलाई गई, जब पश्चिमी देशों को इस बात का डर है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है और वह पूर्वी यूक्रेन में झड़पों को, हमले करने के लिए बहाने के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है।इससे पहले, यूक्रेन के अलगाववादी नेताओं ने टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान के जरिए रूस के राष्ट्रपति से अनुरोध किया था कि वे अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दें और मित्रता संधियों पर हस्ताक्षर करके उनके ‘खिलाफ जारी यूक्रेनी सेना के आक्रमणों से’ उनकी रक्षा करने के लिए सैन्य सहायता भेजें। रूस के निचले सदन ने भी पिछले सप्ताह इसी प्रकार की अपील की थी। यूक्रेनी प्राधिकारियों ने कोई भी आक्रमण करने से इनकार किया है और रूस पर उकसाने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि रूस ने रविवार को यूक्रेन की उत्तरी सीमाओं के पास सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया। उसने यूक्रेन की उत्तरी सीमा से लगे बेलारूस में करीब 30,000 सैनिकों की तैनाती की है। इसके साथ ही यूक्रेन की सीमाओं पर 1,50,000 सैनिकों, युद्धक विमानों और अन्य साजो-सामान की तैनाती कर रखी है। कीव की आबादी करीब 30 लाख है।