मतदान में सहयोग के लिए डीएम ने लिखा ख़त

बांदा। मतदान प्रतिशन बढ़ाने की जद्दोजहद में जुटे जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग पटेल ने लोकतंत्र सेनानियों को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा है। कहा कि आप लोगों ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए अनेकों जुल्म-सितम सहे, लेकिन लोकतंत्र की अलख जगाए रखी। आगामी 23 फरवरी को होने वाले मतदान में 75 प्रतशित से अधिक मतदान कराकर लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाने में आपकी दृढ़ता एवं लगनशीलता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद ही नही पूर्ण विश्वास है कि आप अपने जनपद, प्रदेश व देश के विकास एवं आगामी विधानसभा सामान्य निर्वाचन में मतदान करने के लिए चैपाल चर्चा में मशगूल होंगे, जिससे हमारे जनपद का मतदान प्रतिशत बढे़गा और लोकतंत्र मजबूत होगा।जिलाधिकारी ने कलेक्टेªट सभागार में लोकतंत्र सेनानियों की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि जैसा आप सभी लोंगो को ज्ञात है कि विधानसभा सामान्य निर्वाचन-22 की रणभेरी बज चुकी है। प्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है, जनपद में चतुर्थ चरण में 23 फरवरी को मतदान होना निर्धारित है और 8 जनवरी से निर्वाचन की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई है जो 27 जनवरी से नामांकन की प्रक्रिया से शुरू होकर 10 मार्च को मतगणना एवं परिणाम घोषित होने के बाद 12 मार्च को समाप्त होगी। उन्होंने यह भी बताया कि विगत विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2017 में चारों विधानसभाओं में कुल 59.65 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो 60 प्रतिशत से भी कम था, जिसके कारण इस बार 23 फरवरी को होने वाले मतदान में मतदान बढाकर 75 प्रतिशत से अधिक किया जाना है। यह कार्य बिना आप लोंगो के सहयोग के संभव नही है। वह सभा नही जिसमें वृद्ध न हों। जिला निर्वाचन अधिकारी ने लोकतंत्र सेनानियों से गुजारिश की है कि 23 फरवरी को जनपद की चारों विधानसभाओं में होने वाले मतदान में अपनी-अपनी विधानसभा में मतदाताओं को मतदान करने के लिए प्रेरित करें, जिससे जनपद का 75 प्रतिशत प्लस मतदान का लक्ष्य प्राप्त कर लोकतंत्र को मजबूत करने में अहम भूमिका निभा सकें। बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्लोगन के माध्यम से बताया कि ‘‘सब बाधायें करके पार, मतदान करेंगे अबकी बार’’ ‘‘संकल्प हमारा टूटे ना, कोई मतदाता छूटे ना’’ ‘‘करते हैं हम यह संधान, 75 प्रतिशत प्लस हो मतदान’’ ‘‘वोट करेंगे-वोट करेंगे, दारू मुर्गा पर चोट करेंगे’’ ‘‘शत्-प्रतिशत मतदान है, लोकतंत्र की शान है’’ ‘‘मम्मी-पापा बूथ पर जाना, अपना वोट डाल के आना’’ ‘‘दादा-दादी बूथ पर जाना, अपना वोट डाल के आना’’ ‘‘सारे काम छोड दो, 23 फरवरी को वोट दो’’।