जौनपुर । पुलिस ने फर्जी आईएएस अधिकारी की लाल नीली बत्ती लगी गाड़ी को बरामद किया है। इस दौरान पुलिस ने अभियुक्त के पास से लैपटॉप,आईपैड और तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। पुलिस का यह वर्कआउट वाहन चेकिंग के दौरान हुआ है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्त ने अपना नाम हिमांशु कनौजिया बताया है। अपर पुलिस अधीक्षक नगर डा0संजय कुमार ने बताया कि चुनाव के मद्देनजर ष्षहर कोतवाली पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग के दौरान संदिग्ध गाड़ियों को रोक कर पूछताछ कर रही थी। इस दौरान प्रभारी निरीक्षक सतीश सिंह एसओजी टीम के साथ संदिग्ध गाड़ी रोका। गाड़ी में लाल नीली बत्ती लगी रहती है। वाहन में बैठा हुआ व्यक्ति खुद को । एसीएस होम का रिश्तेदार बताता है। पुलिस सम्मान पूर्वक और मर्यादित ढंग से पूछताछ करती है। लेकिन वाहन में बैठा हुआ व्यक्ति पुलिस को अपने प्रभाव में लेने लगता है। गाड़ी नंबर यूपी 32 बीजी 6626 में नीली बत्ती लगी होने पर पुलिस ने चालान एप से गाड़ी के मालिक का पता लगाया। रजिस्ट्रेशन नंबर पर मालिक का नाम एग्जीक्यूटिव इंजीनियर लखनऊ डिविजन शारदा कैनाल लिखा हुआ आया। एससी सीआरवएसएस गाड़ी की जगह रजिस्ट्रेशन नंबर में स्विफ्ट डिजायर लिखा हुआ था। इसके बाद पुलिस ने युवक से कड़ाई से पूछताछ की। पुलिस ने जब युवक से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना नाम हिमांशु कनौजिया बताया। गाड़ी की जामा तलाशी ली गई तो उसमें से एक लैपटॉप, आईपैड, 3 मोबाइल फोन और एक मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल मिला। उसके पास से पिस्टल नुमा लाइटर भी बरामद किया गया है। हिरासत में लिए गए अभियुक्त के मोबाइल फोन से है फन कॉल एप इंस्टॉल मिला। इस एप्लीकेशन के माध्यम से अभियुक्त फर्जी रूप से सीयूजी नंबर बना लेता था। शिवजी नंबर बनाने के बाद से अभी कॉल करता था। कूट रचित तरीके से उसने अपनी गाड़ी पर सरकारी नंबर प्लेट लगाया था। गिरफ्तार किया हुआ अभियुक्त अपने आप को एसीएस होम का रिश्तेदार बताता था। कई थाने के दरोगा और अधिकारियों को नौकरी का हवाला देकर फोन करता था। इसके अलावा उसने कई लोगों को सचिवालय में नौकरी लगवाने का हवाला भी दिया था।
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