विकास के पथ पर चलकर ही उत्तर प्रदेश बनेगा नंबर एक-कांग्रेस

प्रयागाज। उत्तर प्रदेश में अब चंद दिन ही बचे हैं राजनीति का कुंभ शुरू होने में। पहले चरण के मतदान के मतदान भी बस शुरू होने को हैं। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में सभी पाटियों ने प्रचार प्रसार में अपनी पूरी ताकत लगानी शुरू कर दी है। इसी क्रम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जनता का दर्द साझा करने जनता के बीच पहुंच गई हैं। लोगो का कहना वैसे तो प्रियंका गांधी हमेशा से ही जनता के करीब रही हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से कुछ समय से वह जनता से दूर नजर आई थी। लेकिन अब वह प्रत्यक्ष तौर पर जनता से जुड़ेंगी। वह जनता से जुड़ने के लिए डोर टू डोर कैंपेन करने के लिए निकल पड़ी हैं। जिसको देखकर जनता काफी खुश है।हम आपको अवगत कराना चाहेंगे उस लम्हे से जब कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी जब नोएडा में जनसंपर्क कर रही थीं। तब वहां एक दिव्यांग युवक की चप्पल छूट गई तो प्रियंका गांधी ने भारी भीड़ में अपने हाथों से चप्पल उठाई और खुद आगे बढ़कर कर उस युवक को पहना दी। यह दर्शाता की प्रियंका गांधी वोट की राजनीति नही करती बल्कि जानता के दर्द को समझती हैं। इस दृश्य को देखने के बाद जनता का कहना है कि हमने आज तक किसी भी इतने बड़े नेता को किसी दिव्यांग को चप्पल पहनाते नहीं देखा है। भिन्न भिन्न मौकों पर विभिन्न तरीकों से जनता के दर्द को साझा करना और उनसे उनकी समस्याओं को जानना और उसका निराकरण करना प्रियंका गांधी के व्यवहार में आ चुका है।प्रियंका गांधी ने अब तक कुल 316 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है जिनमें से 127 टिकट महिलाओं को दिया गया है। इतनी बड़ी तादाद में महिलाओं को टिकट देने की हिम्मत इससे पहले किसी पार्टी या व्यक्ति विशेष में नहीं की है पर प्रियंका गांधी ने वोटों की राजनीति ना करते हुए महिलाओं को देश की राजनीति में अग्रणी स्थान दिलाने के लिए यह जो महत्वपूर्ण निणय लिया है वह काबिले तारीफ है।महिलाओं और युवाओं का कहना है कि इस बार जिस तरीके से प्रियंका गांधी का कांग्रेस ने महिला और युवाओं को आगामी विधानसभा चुनाव का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया है उसके लिए वह प्रियंका गांधी का धन्यवाद करते है। जनता के मुताबिक उत्तर प्रदेश चुनाव में प्रियंका गांधी ने जिस तरीके से कांग्रेस को दोबारा मैदान में खड़ा किया है शायद उनसे बेहतर और कोई नहीं कर सकता था। उत्तर प्रदेश के चुनावी महाकुंभ में जिस तरह से प्रियंका गांधी ने कांग्रेस, उत्तर प्रदेश के युवा और महिलाओं को दोबारा खड़ा कर दिया है। उससे उत्तर प्रदेश का चुनाव इस बार अन्य सभी पार्टीयों के लिए काफी कठिन होने वाला है।