उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में 73 वें गणतंत्र दिवस समारोह महाप्रबंधक ने किया ध्वजारोहण

प्रयागराज।26 जनवरी 2022 को, उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय, प्रयागराज में राष्ट्र का 73वां गणतंत्र दिवस भव्यता, उल्लास, जोश और उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ महाप्रबंधक प्रमोद कुमार द्वारा झंडा फहराने के साथ हुई। इस अवसर पर,  महाप्रबंधक ने रेलवे सुरक्षा बल, भारत स्काउट और गाइड और सेंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड की परेड का निरीक्षण किया। महाप्रबंधक ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 18 रेलवे कर्मियों को सम्मानित भी किया। 73 वें गणतंत्र दिवस पर सम्मानित होने वाले रेलवे के अधिकारी एवं कर्मचारियों में कुमार कौशलेश शर्मा, मुख्य लोको निरीक्षक, प्रमोद कुमार, कांस्टेबल आगरा, आलोक कुमार त्रिपाठी, एसएसई / सिग्नल, एसएस सिसोदिया मुख्य लोको निरीक्षक, घनश्याम मीणा यातायात निरीक्षक, विष्णु कुमार मीणा, एसएसई / सी एंड डब्ल्यू, नंद किशोर उप टिकट निरीक्षक, अकील अहमद हेल्पर , रोहित कुमार झा लोको पायलट, वीरेंद्र कुमार सहायक मंडल अभियंता, वीरेंद्र कुमार मिश्रा एसएसई / सिग्नल, प्रवीण कुमार संचालन निरीक्षक, कंचन ग्रोवर वरिष्ठ नर्सिंग अधीक्षक, धर्मेंद्र कुमार एसएसई / वर्क्स, रामपाल एसएसई, अजय कुमार श्रीवास्तव एसएसई, संजय कुमार एसएसई, महेंद्र कुमार जेई / सिग्नल शामिल थे।इस अवसर पर श्री प्रमोद कुमार ने गणतंत्र दिवस के बैनर के साथ तिरंगे गुब्बारे हवा में छोड़े।समारोह के दौरान,  महाप्रबंधक ने हमारे महान राष्ट्र के 73वें गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे के सभी कर्मचारियों और उनके परिवारों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। 73 वें गणतंत्र दिवस पर महाप्रबंधक का संदेश यू-ट्यूब लिंक www.youtube.com/c/CPRONCR का उपयोग करते हुए ऑनलाइन भी उपलब्ध कराया गया। पुरस्कार समारोह के बाद रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ| इसमें देश भक्ति मेडले समूह गीत, बीना सिंह पूर्णिमा और मंजू जोशी के निर्देशन में क्रमशः तीन सामूहिक नृत्य, चंचल गुप्ता द्वारा भरतनाट्यम आदि शामिल थे। इन रंगारंग कार्यक्रमों ने उपस्थित जनसमूह को देश भक्ति की भावना से भरते हुए सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।73वें गणतंत्र दिवस समारोह के शुभ अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे के सभी कर्मचारियों हेतु महाप्रबंधक का संदेश इस प्रकार है। “अपने राष्ट्र के 73वें गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर मैं उत्तर मध्य रेलवे परिवार को हार्दिक बधाई देता हूँ। यह पुनीत पर्व हमारे गौरवशाली गणतंत्र के उदय एवं संविधान के अंगीकरण के उस ऐतिहासिक दिन का स्मरण कराता है, जिसकी परिकल्पना इसके बीस वर्ष पहले लिए गए ‘पूर्ण स्वराज’ के संकल्प में मुखरित हुई थी। जिन महापुरुषों और वीरांगनाओं के अथक संघर्ष एवं उत्सर्ग से हमें आजादी मिली एवं गणतंत्र का सपना साकार हुआ, उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस वर्ष हम आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहे हैं। आज के इस पावन दिन हम राष्ट्र के उन महान सपूतों के त्याग और बलिदान का कृतज्ञतापूर्वक स्मरण करते हैं। यह वह सुअवसर भी है जब हम अपने पिछले कार्यनिष्पादन का मूल्यांकन और भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तैयार करते हैं। भारतीय रेल के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में उत्तर मध्य रेलवे पूरी सेवा-भावना के साथ देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। हमारे कार्यों को राष्ट्रीय और प्रादेशिक स्तर पर सराहना एवं सम्मान भी हासिल हुआ है। इस वर्ष रेलवे बोर्ड द्वारा हमारी रेलवे को सिगनल एवं दूर संचार शील्ड प्रदान किए जाने की घोषणा की गई है। हमारी रेलवे के लिए अत्यंत गौरव की बात है कि भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा उत्तर मध्य रेलवे को वर्ष 2021 के लिए परिवहन कोटि में ‘राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण’ का द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त हमारी रेलवे को ऊर्जा संरक्षण एवं प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण के तीन पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। प्रशासनिक भवन वर्ग में पहला पुरस्कार महाप्रबंधक कार्यालय को और व्यावसायिक भवन वर्ग में इटावा रेलवे स्टेशन को द्वितीय पुरस्कार तथा प्रयागराज रेलवे स्टेशन को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। हमारे प्रयास हमारे वित्तीय कार्यनिष्पादन में भलीभाँति परिलक्षित होते हैं। वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान कोविड की दूसरी लहर और मौजूदा तीसरी लहर के बावजूद प्रथम तीन तिमाही अवधियों में मूल यात्री और मालभाड़ा अर्जन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 51.08% और 7.55% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस वर्ष अन्य कोचिंग अर्जन में भी लगभग 36% की वृद्धि हुई है। माल लदान के क्षेत्र में की गई महत्वपूर्ण पहल के फलस्वरूप उत्तर मध्य रेलवे ने दिसंबर, 2021 तक 13.76 मिलियन टन माल लदान की उपलब्धि हासिल की है, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 16.4 प्रतिशत वृद्धि को दर्शाता है। फ्लाई ऐश के नए यातायात तथा चावल, दलहन, खाद्य तेल और आलू आदि के पीसमील लदान के अलावा हमने 38 किसान रेल भी चलाई हैं। इससे न केवल हमारे माल लदान में वृद्धि हुई है, बल्कि इन प्रयासों से हमारे किसानों को भी अपनी उपज की बिक्री के लिए बेहतर बाजार तक अपनी पहुँच बनाने में सहायता मिली है। हमने वर्ष 2021-22 के दौरान 171.02 करोड़ रुपए के स्क्रैप की बिक्री की है, जो निर्धारित लक्ष्य और पिछले वर्ष की बिक्री से अधिक है। उत्तर मध्य रेलवे ने 8.56 करोड़ रुपए के वे-लीव प्रभार और 12.89 करोड़ रुपए के साइडिंग प्रभार भी अर्जित किए हैं। जहाँ एक ओर हमने अपनी आमदनी में बढ़ोत्तरी की है, वहीं दूसरी ओर दक्षता को बढ़ाकर अपने खर्चों को भी कम किया है। इस वर्ष की तीसरी तिमाही तक हमने अपने सौर ऊर्जा संयंत्रों द्वारा 9.4 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया है, जिससे बिजली पर होने वाले व्यय में लगभग 3.82 करोड़ रुपए की बचत हुई है। 3 फेज विद्युत लोको में रिजेनेरेटिव ब्रेकिंग के इस्तेमाल, उपयोग न होने पर डीजल इंजनों को बंद कर देने, सौर ऊर्जा उत्पादन तथा गैर कर्षण ऊर्जा की खपत में कमी कर इस वर्ष हमने 123 करोड़ रुपए की बचत की है। ग्राहक संतुष्टि हमारे संपूर्ण कार्यों का मुख्य ध्येय है। वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान 11 स्टेशनों पर ऊपरी पैदल पुलों का निर्माण किया गया है, 5 स्टेशनों पर प्लेटफार्म शेड बनाए गए हैं, 14 स्टेशनों के प्लेटफार्मों की ऊँचाई तथा 10 स्टेशनों के प्लेटफार्मों की लंबाई बढ़ाई गई है, जिससे हमारे सम्मानित यात्रियों को काफी सहूलियत हुई है, साथ ही उनकी संरक्षा भी सुनिश्चित हुई है। वर्ष 2021-22 के दौरान 8 स्वचालित सीढ़ियाँ एवं 2 लिफ्ट लगाए गए हैं तथा 6 और स्वचालित सीढ़ियाँ एवं 2 और लिफ्ट लगाए जा रहे हैं। वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान हमने 466 फेस्टिवल एवं समर स्पेशल गाड़ियों का संचालन किया तथा गाड़ियों में अस्थायी तौर पर 115 कोच जोड़े, ताकि अत्यधिक भीड़-भाड़ वाली अवधि के दौरान यात्रियों की यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाया जा सके। जनरल श्रेणी की यात्रा को, जिसे कोविड के कारण बंद कर दिया गया था, उसे हमने उत्तर मध्य रेलवे से होकर चलने वाली 21 गाड़ियों में पुन: बहाल कर दिया है। स्टेशनों पर यात्रियों को उन्नत सूचना प्रणालियों की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए इस वर्ष 4 स्टेशनों पर कोच गाइडेंस प्रणाली और कई अन्य स्टेशनों पर ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड का प्रावधान किया गया है। हमने इस वर्ष 11 और स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा भी उपलब्ध कराई है, इस प्रकार उत्तर मध्य रेलवे में अब तक कुल 292 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। उत्तर मध्य रेलवे द्वारा भारतीय रेल के व्यस्ततम रूटों में शामिल नेटवर्क पर गाड़ियों का संचालन किया जाता है। सघन यातायात की तुलना में सीमित लाइन क्षमता के बावजूद हमने अपनी बेहतर योजना और परिचालन प्रबंधन से इस वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में अब तक के सर्वाधिक 86% के समयपालन की प्रगति हासिल की है। कोविड के बाद यात्री गाड़ियों के संचालन में वृद्धि होने के बावजूद हम माल गाड़ियों की औसत गति को बढ़ाकर 46.3 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुँचा सके हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3.3%  अधिक है। हमने डीजल इंजन से चलने वाली 31 जोड़ी गाड़ियों का विद्युत इंजन द्वारा संचालन प्रारंभ कर दिया है। हमने उत्तर मध्य रेलवे के 6 सेक्शनों और 9 स्टेशनों के लूप लाइनों की अधिकतम गति सीमा बढ़ाई है। हम अपनी अवसंरचनाओं के अनुरक्षण में बेहतर इनपुट का समावेश कर रहे हैं। हमने इस वित्त वर्ष में 7 स्थायी गति प्रतिबंधों पर गति में वृद्धि की है तथा 271 सेट थ्रू टर्नआउटों का नवीनीकरण किया है। उत्तर मध्य रेलवे की प्रगति में हमारे कारखाने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। कोच एमएलआर कारखाना, झाँसी द्वारा नियमित रूप से एलएचबी कोचों का पीओएच प्रारंभ किया गया है और इस वर्ष अब तक 30 एलएचबी कोचों का पीओएच किया जा चुका है। इस कारखाने द्वारा पहली बार आईसीएफ एसी कोचों का पीओएच भी चालू किया गया है और दिसंबर 2021 में पहले आईसीएफ एसी कोच का पीओएच किया गया। हम क्षमता विस्तार की परियोजनाओं द्वारा अपनी बुनियादी संरचना को सुदृढ़ बना रहे हैं। इस परिप्रेक्ष्य में हमारी रेलवे मिशन 100 प्रतिशत विद्युतीकरण की दिशा में तेजी के साथ अग्रसर है। वर्तमान वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान उत्तर मध्य रेलवे में 314 ट्रैक किलोमीटर विद्युतीकरण किया गया है। इसमें झाँसी मंडल में महोबा-खजुराहो, बिरलानगर-उदी मोड़ (चौंराह-मलासा, नन्दखास-परौना दूसरी लाइन और झाँसी-बबीना तीसरी लाइन सेक्शन) तथा प्रयागराज मंडल में शिकोहाबाद-मैनपुरी सेक्शन के विद्युतीकरण के कार्य शामिल हैं। इस वर्ष चौंराह-मलासा एवं नन्दखास-परौना सेक्शन के दोहरीकरण तथा बबीना-झाँसी सेक्शन में तीसरी लाइन के निर्माण के कार्य पूरे कर लिए गए हैं। वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान 27 स्टेशनों की इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग की गई तथा 47.04 किलोमीटर रूट पर स्वचालित सिगनल प्रणाली प्रारंभ की गई। परिसंपत्तियों की विश्वसनीयता में सुधार के क्रम में 10  ब्लाक सेक्शनों में बीपीएसी तथा 601 ट्रैक सेक्शनों में ड्यूअल डिटेक्शन प्रणाली लगाई गई है। गाड़ियों के संचालन में संरक्षा सुनिश्चित करना हमारा सर्वोपरि दायित्व है। हमारी गहन निगरानी और सुदृढ़ संरक्षा पद्धतियों के परिणामस्वरूप इस वर्ष रेल दुर्घटना में जान-माल का नुकसान निल रहा है। परिचालन में संरक्षा पद्धतियों के अनुपालन के प्रति सतर्कता में और अधिक दृढ़ता की भावना के लिए हमने ‘इम्प्लाई ऑफ द मंथ’ का संरक्षा पुरस्कार शुरू किया है। आग से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे के 340 वातानुकूलित कोचों और 53 पावर कारों में स्मोक डिटेक्शन प्रणाली लगाई गई है। समपारों पर संरक्षा रेल प्रशासन के लिए हमेशा से ही एक संवेदनशील मुद्दा रहा है। वर्तमान वर्ष के दौरान हमने 48 समपारों को बंद कर दिया है। 6 आरओबी तथा 28 आरयूबी का निर्माण किया है। 9 समपारों को इंटरलॉक्ड किया गया है, 19 फाटकों पर स्लाइडिंग बूम लगाए गए हैं और 23 फाटकों पर विद्युत चालित गेट का प्रावधान कर उन्हें अपग्रेड किया गया है। हमने अपनी दैनिक कार्यप्रणाली में स्वच्छ भारत अभियान एवं पर्यावरण हितैषी सरोकारों को अंतर्मन के साथ अपनाया है, जो समाज के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भलीभाँति दर्शाता है। हमने आगरा कैंट स्टेशन पर स्वचालित कोच वाशिंग संयंत्र लगाया है तथा इसे सूबेदारगंज, कानपुर और ग्वालियर में भी लगाया जाना प्रस्तावित है। झाँसी और प्रयागराज छिवकी स्टेशनों पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया गया है तथा प्रयागराज, कानपुर और आगरा स्टेशनों पर भी इसे लगाए जाने की योजना है। हमारा सतर्कता विभाग न केवल अनियमितताओं के मामलों पर अंकुश लगा रहा है, बल्कि इस संदर्भ में इसके द्वारा प्रणालीगत सुधारात्मक निर्देश भी जारी किए जा रहे हैं। सतर्कता विभाग द्वारा अगस्त, 2021 से अब तक 5 प्रणालीगत सुधार के निर्देश जारी किए गए हैं। हमारे रेल सुरक्षा बल के जवान, यात्रियों और रेल संपत्ति की सुरक्षा के प्रति निरंतर सतर्क एवं सचेष्ट हैं। उन्होंने 547 बच्चों को सुरक्षित बचाया और उन्हें उनके परिजनों से मिलवाया अथवा सुरक्षित रूप से एनजीओ को सौंप दिया। हमारी रेल सुरक्षा बल टीम द्वारा मादक पदार्थों तथा प्रतिबंधित सामानों को ले जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई तथा इस संबंध में 49 लोगों को गिरफ्तार किया गया और उनसे लगभग 20 लाख रुपए के मूल्य के सामान बरामद किए गए। टिकटों की अवैध बिक्री तथा अवैध वेंडिंग के खिलाफ चलाए गए अभियान में वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान 81 अनधिकृत टिकट एजेंटों तथा 3692 वेंडरों को गिरफ्तार किया गया। किसी भी प्रगतिशील संगठन के लिए मानव संसाधन सबसे महत्वपूर्ण निधि होते हैं। हमारे पास 60,000 कर्मचारियों और अधिकारियों की एक मजबूत एवं समर्पित टीम है। उनका हित और विकास हमारी प्राथमिकता है। इस क्रम में हमने सेहत और स्वास्थ्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को और अधिक उन्नत बनाया है। उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज, कानपुर, झाँसी और आगरा के अस्पतालों में समुचित क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। हमारी रेलवे कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान में अपना सक्रिय योगदान दे रही है। रेल अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य इकाइयों में संचालित टीकाकरण केंद्रों द्वारा रेल लाभार्थियों के साथ-साथ आम जन को भी टीका लगाया जा रहा है। यहाँ रेल लाभार्थियों को अब तक 1.25 लाख डोज टीके लगाए जा चुके हैं। कार्यबल को मजबूत बनाने और कर्मचारियों के बीच सशक्तिकरण की भावना उत्पन्न करने के लिए हमने अनुकंपा आधार पर 396 नियुक्तियाँ की हैं, 6224 कर्मचारियों को पदोन्नत किया गया है और 1133 कर्मचारियों को वित्तीय उन्नयन दिया गया है। उत्तर मध्य रेलवे के खिलाड़ी और सांस्कृतिक टीम के कलाकार अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ाते रहे हैं। इस अवसर पर मैं अपने खिलाड़ियों – पहलवान श्री रवि और विकास को राष्ट्रीय चैंपियनशिप में तथा एथलीट छवि, कविता, रागिनी, नंदिनी, रिशु, बॉडी बिल्डर श्री महीप और पावर लिफ्टर अमनप्रीत एवं संदीप को अंतर रेलवे चैंपियनशिप में पदक जीतने के लिए बधाई देता हूँ, साथ ही अंतर रेलवे चैंपियनशिप में अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए ओलंपियन गुरजीत और निशा सहित पूरी महिला हॉकी टीम को भी अपनी हार्दिक बधाई देता हूँ। हमारे राजभाषा विभाग द्वारा पूरे जोन में राजभाषा नीति के कार्यान्वयन हेतु उल्लेखनीय प्रयास किए जा रहे हैं। हमारे एक अधिकारी को राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य के लिए रेलवे बोर्ड द्वारा रेल मंत्री राजभाषा रजत पदक से सम्मानित किया गया है। उत्तर मध्य रेलवे में शांति और सौहार्दपूर्ण औद्योगिक संबंध बनाए रखने के लिए मैं अपनी मान्यता प्राप्त यूनियनों, संघों एवं संगठनों को हार्दिक बधाई देता हूँ। मैं स्काउट्स और गाइड्स, सेंट जॉन एंबुलेंस और सिविल डिफेंस संगठन द्वारा विभिन्न सामाजिक कार्यों में उनकी नि:स्वार्थ सेवा और योगदान की सराहना करता हूँ। अपनी विभिन्न सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से जरूरतमंद रेलकर्मियों और उनके परिवार की सहायता में सराहनीय योगदान देने के लिए उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन को भी मैं अपनी हार्दिक बधाई देता हूँ। आइए, आज के इस पावन अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे की प्रगति के लिए हम सभी अपने आप को पुन: समर्पित करें, जिससे राष्ट्र निर्माण में भारतीय रेल अपना सतत योगदान देती रहे।“